दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो साल बाद एमआरआई जांच शुरू हो गई। जिससे बड़ी राहत गरीब मरीजों को मिल गई। पहले दिन 21 लोगों के एमआरआई की गई। मरीजों ने
अस्पताल प्रबंधन और सरकार का शुक्रिया अदा किया।
एक मरीज रानी की कमर में चोट लगी थी। निजी डाक्टर ने उन्हें एमआरआई जांच लिखी, जिसमें तीन हेड होने थे। निजी रेडियोलॉजी लैब में पता किया तो उन्हें 25 हजार रुपये का खर्च बताया गया। जिसके बाद वे दून अस्पताल में संपर्क किया और बाद में यहां पर भर्ती हुई और •आयुष्मान में उनकी मुफ्त उपचार एवं जांच शुरू हुई। सोमवार को ही चिकित्स के द्वारा एमआरआई लिखने पर जांच भी हो गई। उन्होंने डाक्टरों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद अदा किया। यूनिट प्रभारी महेंद्र भंडारी की अगुवाई में टीम ने जांच की टीम में सुरेश पांडेय, गौरव चौहान, नवीन पाल आदि रहे। यूनिट प्रभारी ने कहा कि मरीजों की जांच उनकी प्राथमिकता है।
ऑपरेशन, घायलों को बड़ी राहत
दून अस्पताल में भर्ती ऑपरेशन कराने वाले और सड़क हादसों में घायलों को बड़ी राहत मिली है। सोमवार को इमरजेंसी में भर्ती और ऑपरेशन के लिए आए लोगों की जांच की गई। पहले ऐसे मरीजों को रेफर करना पड़ रहा था। जिसके चलते मरीजों को मजबूरी में निजी सेंटरों से महंगे दर पर जांच करानी पड़ रही थी। ऐसे मरीजों को राहत मिली है। अब उन्हें एमआरआई जांच के लिए इधर से उधर भटकना भी नहीं पड़ेगा। मरीजों ने अस्पताल प्रशासन को इसके लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि एक ऐसी व्यवस्था बननी चाहिए ताकि एमआरआई कराने वाले मरीजों की जांच समय से हो सके।