नाराजगी: शेर सिंह गड़िया को टिकट न मिलने से कार्यकर्ताओं में गुस्सा, प्रदेश अध्यक्ष को भेजा पत्र, बगावत के सुर हुए तेज
कपकोट में भाजपा का टिकट फाइनल होते ही कार्यकर्ताओं में बगावत के सुर तेज तो गए हैं। टिकट के दूसरे दावेदार शेर सिंह गड़िया को टिकट नहीं मिलने पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त गुस्सा है। जिला पंचायत सदस्य समेत 39 कार्यकर्ताओं ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। हस्ताक्षरयुक्त शिकायत पत्र प्रदेश अध्यक्ष को पत्र भेजा है।
मालूम हो इस बार कपकोट से विधायक के लिए दावेदारों की लंबी लिस्ट थी। इसमें कपकोट के विधायक बलवंत सिंह भौयाल, पूर्व विधायक शेर सिंह गड़िया, सुरेश गड़िया, पूर्व जिपं अध्यक्ष विक्रम शाही और ब्लॉक प्रमुख गोविंद दानू शामिल थे। पर्यवेक्षकों की रायशुमारी के बाद गुरुवार को कपकोट से सुरेश गड़िया का टिकट फाइनल हो गया। इसके बाद सुरेश प्रचार में लग गए हैं। उन्होंने पोथिंग के भगवती मंदिर में पूजा-अर्चना कर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। शुक्रवार को कपकोट के कार्यकर्ताओं ने बैठक कर हाईकमान पर टिकट वितरण में मनमानी का आरोप लगाया है। इस्तीफा देने वालों में जिला पंचायत सदस्य तोली प्रभा गड़िया, महिमन कपकोटी, भुवन गड़िया, भगवत गड़िया लाल सिंह दीवान, करम सिंह, विनोद कपकोटी, पूरन दानू, हरीश दानू, संजय जोशी, जगदीश सुरकाली, दीपक ऐठानी, राजेंद्र बिष्ट समेत 39 नाम शामिल हैं।
द्वाराहाट में कैलाश भट्ट बगावत पर उतरे द्वाराहाट विधान सभा में भाजपा के अनिल शाही को प्रत्याशी घोषित करने पर दूसरे
दावेदार कैलाश भट्ट बगावत में उत्तर आए हैं। उन्होंने शनिवार को अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद चुनाव लड़ने को लेकर अंतिम फैसला लेने की बात कही है। इधर उनकी पत्नी पूर्व ब्लाक प्रमुख रही ममता भट्ट ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है जिलाध्यक्ष को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने यह जानकारी दी है। उन्होंने अपने पत्र मेंढ कहा है कि पार्टी ने स्थानीय जमीनी नेताओं को टिकट नहीं देकर केवल चरण बदना करने वालों को प्राथमिकता दी है। इससे उनका मन व्यथित है और इन हालातों में पार्टी के लिए कार्य कर सकती हूं। इसके तहत पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं जिसे स्वीकार कर लिया जाय। इधर भाजपा जिलाध्यक्ष रवि रौतेला ने कहा है कि पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर उनसे जल्दी ही वार्ता करेंगे और इस मामले को सुलझा लिया जाएगा।