चकराता डिग्री कालेज में शहादत दिवस पर याद किए गए अमर शहीद श्रीदेव सुमन
चकराता। श्री गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय चकराता में 25 जुलाई को अमर शहीद श्रीदेव सुमन के शहादत दिवस पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया।
प्राचार्य प्रो.के.एल.तलवाड़ ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। कहा कि मात्र 28 वर्ष 2 माह की आयु जीने वाले श्रीदेव सुमन का व्यक्तित्व बहुत बड़ा था। टिहरी राजशाही के अत्याचारों के आगे वे झुके नहीं और देश की आजादी के लिए जीवनपर्यंत संघर्षरत रहे। डा.कामना लोहनी ने कहा कि 84 दिन की ऐतिहासिक भूख हड़ताल करने वाले श्रीदेव सुमन उत्तराखंड के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा.सुमेर चंद ने कहा कि उनके नाम पर श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय की स्थापना उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।सहसमारोहक डा.सोनम भट्ट ने कहा कि 1930 में वे गांधी जी के नमक सत्याग्रह के सहभागी भी बने। लेखन और संपादन को भी उन्होंने देश की आजादी पाने का हथियार बनाया।
कार्यक्रम में डा.मंजु अग्रवाल, डा.जितेंद्र दिवाकर, डा.आराधना भंडारी,डा.स्वाति शर्मा,डा.पवन भट्ट, डा.पूजा रावत, डा.सरन सिंह, डा.श्रुति अग्रवाल, अंकुर शर्मा,सफीक मौहम्मद, रोशन बख्श, अर्जुन सिंह व विनोद जोशी सहित विद्यार्थियों ने भी श्रीदेव सुमन जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के उपरांत महाविद्यालय परिवार ने प्रवेश द्वार पर स्थित सुमन वाटिका में पौधारोपण भी किया।