दागी विधायकों को राजकीय सम्मान? 🤬 सरकार का फैसला या प्रदेश पर कलंक?

🚨 विकासनगर – जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने सरकार के उस विवादास्पद फैसले को लेकर जोरदार हमला बोला है, जिसमें दागी, अपराधी और भ्रष्ट विधायकों को भी मृत्यु के बाद राजकीय सम्मान देने का प्रावधान किया गया है।
⚡ क्या है पूरा मामला?
सरकार ने हाल ही में एक नियम बनाया है कि हर विधायक की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ की जाएगी। लेकिन नेगी ने सवाल उठाया – “क्या ब्लैकमेलिंग, हत्या, बिजली चोरी, जालसाजी, यौन शोषण और जमीन हड़पने वाले विधायक भी इस सम्मान के हकदार हैं?”
🔴 सरकार का मानसिक दिवालियापन?
नेगी ने कहा –
“सरकार ने राष्ट्रीय सम्मान जैसे पवित्र शब्द को तार-तार कर दिया है। अगर माफिया, दुराचारी और अपराधी भी राजकीय सम्मान पाएंगे, तो यह प्रदेश के लिए कलंक होगा!”
उन्होंने तीखा तंज कसते हुए कहा –
“अगर लुटेरों और बदमाशों को सम्मान देना ही है, तो हत्यारों, इतिहास-शीटरों और नशा माफियाओं को भी क्यों नहीं दे देते?”
⚖️ क्या सच में सम्मान के पात्र हैं ये विधायक?
- 🔞 यौन शोषण के आरोपी
- 💀 हत्या के प्रयास में शामिल
- ⚡ बिजली चोरी के मास्टरमाइंड
- 📜 फर्जी दस्तावेज बनाने वाले
- 🏚️ गरीबों की जमीन हड़पने वाले
- 🍾 शराब और खनन माफिया
क्या ऐसे लोगों को राजकीय सम्मान मिलना चाहिए?

🛑 मोर्चा की मांग – राजभवन संज्ञान ले!
जन संघर्ष मोर्चा ने राजभवन से मांग की है कि वह इस अनैतिक फैसले पर तुरंत रोक लगाए। नेगी ने कहा –
“सरकार मानसिक रूप से दिवालिया हो चुकी है। अगर सम्मान देना ही है, तो ईमानदार और सिद्धांतवादी नेताओं को दिया जाए, न कि दागी और भ्रष्ट लोगों को!”
📢 जनता क्या चाहती है?
आम जनता का सवाल है – “क्या अपराधियों को सम्मान देकर सरकार युवाओं को क्या संदेश देना चाहती है?”
✍️ निष्कर्ष:
सरकार का यह फैसला नैतिकता और न्याय के खिलाफ है। अगर भ्रष्ट और अपराधी नेताओं को सम्मान मिलेगा, तो यह लोकतंत्र के लिए एक काला दिन होगा।
📌 #NoHonourForCriminals | #सरकारशर्मकरो | #राजभवनहस्तक्षेपकरो
📸 पत्रकार वार्ता में उपस्थित: दिलबाग सिंह, प्रवीण शर्मा पिन्नी
📢 जन संघर्ष मोर्चा की ओर से जारी
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