खुद को अस्वस्थ बताकर चुनाव ड्यूटी कटाने वालों की नौकरी पर संकट
■ शासनादेश का हवाला देते हुए जिला निर्वाचन विभाग की ओर से संबंधित विभागों के विभागाध्यक्षों को लिखा जा रहा पत्र
■ नोडल अधिकारी ने कहा, दो दिन की चुनाव ड्यूटी नहीं करने वाले अधिकारी- कर्मचारी विभागों में कैसे दे रहे सेवाएं
■ चार सौ से अधिक अधिकारी, कर्मचारी कर चुके हैं खुद को अस्वस्थ बताकर चुनाव हैं ड्यूटी कटवाने का आवेदन
देहरादून। विधानसभा चुनाव में ड्यूटी कटवाने को लेकर खुद को अस्वस्थ बताने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी है। अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) व नोडल अधिकारी (कार्मिक) विधानसभा चुनाव केके मिश्रा की ओर से ऐसे तमाम अधिकारियों, कर्मचारियों की सूची उनके विभागाध्यक्षों को भेजी जा रही है जो खुद को अस्वस्थ बताकर चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने को लेकर आवेदन कर रहे हैं। नोडल अधिकारी (कार्मिक) का कहना है कि जो अधिकारी, कर्मचारी एक दिन के लिए चुनाव ड्यूटी नहीं कर पा रहे हैं। वे कैसे पूरे साल भर विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं?
बता दें कि विधानसभा चुनाव में तमाम सरकारी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों की ड्यूटी बतौर पीठासीन व मतदान अधिकारी लगायी गई है। लेकिन तमाम ऐसे अधिकारी, कर्मचारी हैं जो चुनाव ड्यूटी ना करनी पड़े इसके लिए खुद को अस्वस्थ बताकर चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाना चाहते हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो ऐसे 400 से अधिक अधिकारियों, कर्मचारियों ने आवेदन देकर चुनाव ड्यूटी से हटाए जाने का अनुरोध किया है। इतना ही नहीं इन अधिकारियों कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच की जा सके इसके लिए उन्हें मेडिकल बोर्ड के सामने भी भेजा गया है।
दूसरी ओर अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) केके मिश्रा का कहना है कि जो लोग वाकई में अस्वस्थ हैं और ड्यूटी करने में सक्षम नहीं है ऐसे अधिकारियों कर्मचारियों को तो चुनाव ड्यूटी से हटा दिया जाएगा। लेकिन जो पूरी तरह स्वस्थ हैं और बहानेबाजी करके विधानसभा चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाना चाहते हैं ऐसे लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए विभागाध्यक्षों को लिखा जा रहा है।
इतना ही नहीं अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मिश्रा का यह भी कहना है कि यदि सभी अधिकारी, कर्मचारी चुनाव ड्यूटी से हटा दिए जाएंगे तो ऐसे में मतदान कराना भला कैसे संभव है। उनका यह भी कहना है कि विशेष परिस्थितियों में ही किसी पीठासीन अधिकारी, मतदान कर्मचारी को ड्यूटी से हटाया जाएगा। साथ ही उनका यह भी कहना है कि विधानसभा चुनाव को लेकर जो प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है यदि उससे कोई भी अधिकारी, कर्मचारियों उपस्थित हुआ तो संबंधित के खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में चुनाव ड्यूटी में लगाए गए सभी अधिकारी, कर्मचारी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हर हाल में हिस्सा लें।