बिना छात्रों के प्राध्यापकों की कर दी नियुक्ति
हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विवि में कृषि और आयुर्वेद विषय लागू किए गए हैं। इन विषयों में वर्षों से एक भी छात्र ने प्रवेश नहीं लिया है लेकिन विवि में इन विषयों को पढ़ाने वाले प्राध्यापकों की तैनाती कर दी गई है। बिना छात्र इन प्राध्यापकों को हर महीने बिना पढ़ाए ही वेतन दिया जा रहा है। विवि को इन विषयों को लिए यूजीसी से भी अनुमति नहीं दी गई थी। यूओयू अब इन विषयों में डिप्लोमा कोर्स शुरू कराने की तैयारी कर रहा है।
उत्तराखंड मुक्त विवि में 10 वर्ष पूर्व कृषि और आयुर्वेद विषय खोले गए। इन विषयों को पढ़ाने के लिए स्थायी प्राध्यापकों की नियुक्ति भी की गई। विषय तो खोले गए मगर इनके लिए यूजीसी से अनुमति नहीं ली गई। बाद में अनुमति के लिए लिखा तो यूजीसी ने अनुमति नहीं दी। यूजीसी की अनुमति के बगैर विषय संचालित नहीं किए जा सकते हैं। तब से इन विषयों के लिए नियुक्त किए गए प्राध्यापकों को बिना पढ़ाए वेतन दिया जा रहा है। बिना यूजीसी की अनुमति के अब इन विषयों का संचालन भी नहीं हो पा रहा है। यूओयू ने अब इन विषयों पर डिप्लोमा कोर्स शुरू कराने का निर्णय लिया है।