दून- हरिद्वार में तीन-तीन आयुर्वेदिक अस्पताल खुलेंगे

* केंद्र सरकार ने दी मंजूरी, जमीन की तलाश में जुटा आयुष विभाग
* अस्पतालों में भर्ती कर होगा इलाज सर्जरी की सुविधा भी मिलेगा
आयुर्वेद में उपचार कराने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है। देहरादून, हरिद्वार में तीन-तीन अस्पताल खोले जाएंगे। इसके लिए केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। आयुष विभाग ने जमीन की तलाश के साथ अस्पताल की तैयारी शुरू कर दी है।
जिले में अभी तक रात को मरीजों को भर्ती कर आयुर्वेद उपचार, सर्जरी की सुविधा नहीं है। जिले में डिस्पेंसरी के माध्यम से ही परामर्श एवं दवाओं का वितरण किया जाता है। माजरा और झाझरा उच्चीकृत केंद्र संचालित होते हैं, लेकिन यहां पर भी रात को भर्ती किए जाने की सुविधा नहीं है।
जिला आयर्वेद एवं यनानी अधिकारी डा. मिथलेश ने बताया कि प्रदेश में दस आयुष अस्पतालों की स्वीकृति मिली है। जिनमें तीन दून और तीन हरिद्वार में है। अस्पताल के लिए जमीन तलाश के लिए प्रशासन से वार्ता की जा रही है। जमीन मिलने पर अस्पताल के लिए बजट उपलब्ध हो जाएगा।
दस-दस बेड के अस्पताल, ऑपरेशन भी होंगे
अपर जिला आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. पीके गुप्ता ने बताया कि अस्पतालों में दस-दस बेड लगेंगे। यहां पर आईपीडी, हेल्थ वेलनेस सेंटर, पंचकर्म, शल्य क्रिया हर्बल गार्डन, छारसूत्र, पैथोलॉजी, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा की सुविधा दी जाएगी। जिससे मरीजों को लाभ मिलेगा। आयुर्वेद में सर्जरी शुरू होने विभाग से गरीब मरीजों को फायदा होगा।
जिले में चल रही 90 डिस्पेंसरी जिले में अभी तक केवल डिस्पेंसरी ही संचालित होती है। जिले में 90 डिस्पेंसरी चल रही है। जहां पर आयुर्वेद की दवाएं दी जाती है। वहीं अस्पतालों में भी आयुष विंग खोली गई है। जहां पर डाक्टर बैठते हैं और दवाएं मिलती है।
प्रशासन से जमीन के लिए वार्ता जिला प्रशासन से जमीन के लिए आयुष विभाग के अफसरों ने वार्ता की है। एडीएम डा. एसके बरनवाल से वार्ता हुई, जिसमें एडीएम ने जमीन चिन्हित कर अवगत कराने और अस्पताल खोलने के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया है। हर्रावाला में एक जमीन देखी भी गई है।