Uttarakhand assembly election results 2022: राजभवन में किसके हिस्से आएंगे शपथग्रहण के फूल, 2012 हुआ रिपीट तो सियासी सरगर्मी का बनेगा केंद्र

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आज ईवीएम के पिटारे से निकलने वाला जनादेश वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव को दोहरा सकता है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में इस बार कांटे की टक्कर मानी जा रही है। आज ईवीएम से चुनाव परिणाम निकलेंगे। किसके हिस्से में शपथग्रहण के फूल आएंगे और किसके हिस्से में मायूसी के कांटे, यह खुलासा भी आज हो जाएगा। यदि किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला तो सबकी निगाहें राजभवन पर टिक जाएंगी।
एग्जिट पोल के नतीजों में भी भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर के अनुमान लगाए गए थे। कुछ अनुमान भाजपा की सरकार भी बना रहे हैं, कुछ ने कांग्रेस को बहुमत दिखाया है, लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आज ईवीएम के पिटारे से निकलने वाला जनादेश वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव को दोहरा सकता है।
खंडित जनादेश आने की स्थिति में राज्यपाल की भूमिका अहम हो जाएगी। इसलिए कांटे के मुकाबले की संभावना के बीच निगाहें राजभवन पर भी लगी हैं। कांग्रेस और भाजपा इस मोर्चे पर भी काम कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के शीर्ष नेता उन प्रत्याशियों से संपर्क साध रहे हैं, जिनके चुनाव जीतने की संभावना ज्यादा है। गठबंधन की सरकार बनाने की स्थिति में उसका यह होमवर्क काम आ सकता है।
वर्ष 2012 में भाजपा को 31 सीटें मिली थीं और कांग्रेस 32 पर अटक गई थी। भाजपा ने सरकार बनाने का प्रयास नहीं किया और कांग्रेस ने गठबंधन की सरकार बना ली। जानकारों के मुताबिक, इस बार यदि ऐसी कोई स्थिति बनती है तो भाजपा शायद ही मौका चूकना चाहेगी। ऐसी स्थिति में सबकी निगाहें राजभवन पर टिक जाएंगी।
यूकेडी प्रत्याशी के भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात की चर्चा
बुधवार को यूकेडी के एक प्रत्याशी की नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात की चर्चा गर्म रही। कुछ और प्रत्याशी भी भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं।