उत्तराखंड: क्या आपके पास भी है पीला राशन कार्ड, जून माह से बदल जाएगी राशन वितरण व्यवस्था

Uttarakhand yellow Ration card: एपीएल राशन कार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर, जून माह से नहीं मिलेगा सस्ता गेहूं, सरकार ने बढ़ाई चावल की मात्रा..
गरीबी रेखा से ऊपर जीवन यापन करने वाले उत्तराखण्ड के राशन कार्ड धारकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जी हां .. यदि आपके पास भी पीला राशन कार्ड हैं तो यह जरूरी खबर आपके लिए ही है। जिसके मुताबिक आगामी जून माह से पीले राशन कार्ड धारकों को गेहूं नहीं मिलेगा। बताया गया है कि पीले राशन कार्ड धारकों के लिए, गेहूं के कोटे में की गई कटौती का भुगतान चावल से किया जाएगा। अर्थात जून माह से पीले राशन कार्ड धारकों को सिर्फ चावल ही सस्ते दामों पर सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान (कंट्रोल) से उपलब्ध हो पाएगा। मिल रही जानकारी के मुताबिक इस संबंध में भारत सरकार के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के अपर सचिव अरुण कुमार ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव को पत्र भी भेज दिया है।जिसमें जून 2022 से मार्च 2023 तक पीले राशन कार्डधारकों के राशन वितरण में गेहूं की जगह भी चावल ही दिए जाने की बात कही गई है।
बता दें कि राज्य में करीब 995858 लोग गरीबी रेखा से ऊपर जीवन यापन करते हैं। अर्थात 995858 लोगों के पास एपीएल यानी पीला राशन कार्ड हैं। जिन्हें सरकार द्वारा अभी तक 8.60 रुपये प्रतिकिलो की दर से पांच किलो गेहूं एवं 11 रुपये प्रतिकिलो की दर से 2.5 किलो चावल दिया जाता था। बताया गया है कि गेहूं का उत्पादन कम होने के कारण भारत सरकार ने आगामी जून माह से पीले राशन कार्डधारकों को गेहूं का वितरण ना करने का फैसला लिया है। अर्थात आगामी जून माह से मार्च 2023 तक पीले राशन कार्ड धारकों को गेहूं की जगह भी चावल ही सस्ते गल्ले की दुकानों से मिलेगा। सरकार के इस फैसले के बाद जून माह से राज्य के पीले राशन कार्ड धारकों को साढ़े सात किलो चावल मिलेगा।विदित हो कि भारत सरकार द्वारा हाल ही में बीपीएल एवं अन्त्योदय राशन कार्ड धारकों के कोटे में भी गेहूं की कटौती की गई है।