बिजली खरीद के खेल की राजभवन ने दिए जांच के आदेश- मोर्चा

# सरकारी कुप्रबंधन एवं दलाली ने कर दिया खजाना खाली|#1200 मिलियन यूनिट्स खरीदी गई 3 माह में | #1000 करोड़ से अधिक की बिजली खरीद का है मामला | #विद्युत नियामक आयोग को ताक पर रखकर खरीदी गई बिजली# यूपीसीएल ने जानबूझकर नहीं किया था होमवर्क |
विकासनगर -जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि यूपीसीएल की बिजली खरीद मामले में सोची समझी चाल, अदूरदर्शिता एवं कुप्रबंधन के चलते गरीब प्रदेश को लगभग 1026 करोड रुपए की बिजली इंडिया एनर्जी एक्सचेंज ,पावर एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया एवं एनवीवीएन नई दिल्ली से महंगे दामों पर माह मार्च 2022 से जून 2022 तक खरीदनी पड़ी, जिसने प्रदेश के खजाने को बर्बाद करके रख दिया | *उक्त बिजली खरीद के मामले में हुए खेल को लेकर मोर्चा द्वारा राजभवन से जांच कराए जाने का आग्रह किया गया था, जिस पर दिनांक 7/9/2022 को राजभवन ने सचिव ऊर्जा को जांच के निर्देश दिए |*
नेगी ने कहा कि यूपीसीएल ने ऐसा खेल खेला कि मजबूरन लगभग 1200 मिलीयन यूनिट्स बाहर से महंगे दामों में खरीदनी पड़ी | गौर करने वाली बात यह है कि इस खरीद में विद्युत नियामक आयोग से स्वीकृति तक नहीं ली गई | समय रहते अगर यूपीसीएल वितरण एवं एटीएंडसी हानियां कम करने की दिशा में काम करता एवं विद्युत चोरों के खिलाफ नकेल कसता और प्रबंधन ठीक रखता तो लगभग ₹8 से लेकर ₹12 प्रति यूनिट की दर से महंगी बिजली नहीं खरीदनी पड़ती |