अमित शाह ने दिल्ली में बुलाई बैठक पुष्कर धामी और त्रिवेंद्र रावत पहुंचे दिल्ली

Uttarakhand New CM 2022 News: शुरू हुई उत्तराखण्ड के नए मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया, अमित शाह ने बुलाई दिल्ली में भाजपा आलाकमान की बैठक…
उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही तमाम अटकलों के बीच सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर है कि रविवार को भाजपा आलाकमान की दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। यह बैठक गृह मंत्री अमित शाह के घर पर होने जा रही है। जिसमें उत्तराखण्ड के नए मुख्यमंत्री का चयन कर लिया जाएगा। जिसके लिए बीती रात ही पुष्कर सिंह धामी और मदन कौशिक अचानक दिल्ली पहुंच चुके हैं। बताया गया है कि इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के साथ ही उत्तराखंड के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं मीनाक्षी लेखी, भगत सिंह कोश्यारी, कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक,लोकसभा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक सहित भाजपा के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। गृहमंत्री अमित शाह के घर पर आयोजित होने वाली इसी बैठक में यह तय किया जाएगा कि उत्तराखण्ड में सत्ता की कमान किसके हाथों में सौंपी जाएगी। नए मुख्यमंत्री का नाम तय होने के पश्चात सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं मीनाक्षी लेखी के उत्तराखंड पहुंचने की बात कही जा रही है। जहां देहरादून के एक निजी होटल में होने वाली भाजपा विधानमंडल की बैठक के पश्चात राज्य के नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर दिया जाएगा।
बात अगर मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे नामों की करें तो मीडिया से सोशल मीडिया तक भाजपा के कई नेताओं के नाम चर्चाओं का हिस्सा बने हुए हैं। जिसमें कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी, निवर्तमान कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, सतपाल महाराज, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, लोकसभा सांसद अजय भट्ट सहित तमाम नेता शामिल हैं। जिन्हें मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है। हालांकि पुराने इतिहास के पृष्ठों को खगोलें तो इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री पद की कमान किसी नए चेहरे के हाथों में देकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर प्रदेश की जनता को चौका सकते हैं। 2017 से लेकर अब तक सत्ता के सिंहासन पर विराजमान तीनों नेताओं त्रिवेन्द्र सिंह रावत, तीरथ रावत और पुष्कर सिंह धामी इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि जिन नेताओं को दावेदार ही नहीं बताया गया मोदी शाह ने उन्हीं के हाथों में उत्तराखण्ड की कमान सौंपी है।