Amrish Puri Birth Anniversary: असल जिंदगी में सबके हीरो थे बॉलीवुड के मशहूर विलेन

आज ही के दिन यानी 22 जून 1932 को अमरीश पुरी का जन्म हुआ था और फैंस उनकी याद में देश के अपने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, कू ऐप पर तमाम पोस्ट साझा कर उनके मशहूर फिल्म किरदारों और डायलॉग्स के माध्यम से उन्हें याद कर रहे हैं।बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार अमरीश पुरी भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्मों के माध्यम से वे आज भी कई किरदारों में जिंदा हैं।
आज ही के दिन यानी 22 जून 1932 को अमरीश पुरी का जन्म हुआ था और फैंस उनकी याद में देश के अपने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, कू ऐप पर तमाम पोस्ट साझा कर उनके मशहूर फिल्म किरदारों और डायलॉग्स के माध्यम से उन्हें याद कर रहे हैं।
अगर हिंदी फिल्मों के सौ साल से अधिक के सफर को देखा जाए, तो शायद ही अमरीश पुरी से बेहतर विलेन कोई हिंदी फिल्मों में रहा होगा। अमरीश पुरी 70, 80, 90 के दशक में बॉलीवुड के सबसे बड़े खलनायकों में से एक हुआ करते थे। अनिल कपूर-श्रीदेवी स्टारर ‘मिस्टर इंडिया’ फिल्म का आइकॉनिक डायलॉग ‘मौगेम्बो खुश हुआ’ आज भी बच्चे-बच्चे की ज़ुबान पर रहता है।
बॉलीवुड के कई आइकॉनिक विलेन के किरदार अमरीश पुरी ने ही निभाए हैं। उन्होंने 1967 से 2005 तक 450 फिल्मों में काम किया। खास बात यह है कि उनकी अधिकतर फिल्में हिट रही हैं। फिल्म मिस्टर इंडिया हो या दिल वाले दुल्हनिया ले जाएँगे, अमरीश पुरी ने एक्टिंग का अलग ही पैमाना सेट किया है। उनकी आवाज का जादू फिल्मों में उनके किरदार में जान डाल देता था।
जब निर्माता ने कहा- “तुम्हारा चेहरा हीरो बनने के लायक नहीं”ऐसा कहा जाता है कि अमरीश पुरी बॉलीवुड में हीरो बनने आए थे, लेकिन किस्मत से विलेन बन गए। अमरीश पुरी ने 30 वर्षों से भी ज्यादा समय तक फिल्मों में काम किया और नकारात्मक भूमिकाओं को इस प्रभावी ढंग से निभाया कि हिंदी फिल्मों में वो बुरे आदमी का पर्याय बन गए।
फिल्म विशेषज्ञों के मुताबिक उनके बड़े भाई मदन पुरी पहले से फिल्मों में थे। लेकिन निर्माताओं ने उनसे कहा कि तुम्हारा चेहरा हीरो की तरह नहीं है। इसके बाद वे काफी निराश हो गए थे। नायक के रूप में अस्वीकार कर दिए जाने के बाद अमरीश पुरी ने थिएटर में अभिनय शुरू कर दिया और वहाँ खूब ख्याति पाई। इसके बाद 1970 में उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू किया। उनके द्वारा निभाए गए खलनायक के किरदार को खूब प्यार मिला, बस इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और खलनायक के रूप में ही सही, फिल्मों के माध्यम से पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई। किरदार से परे आज भी फैंस के दिलों में उनकी जगह हीरो की ही है और हमेशा रहेगी। भविष्य में भी जब भी बात विलेन की होगी, अमरीश पुरी का नाम जरूर याद किया जाएगा, क्योंकि वे अमर हैं और फैंस के दिलों में उनका नाम अमर है