अंकिता भंडारी का श्रीनगर में अंतिम संस्कार, बेहद गमगीन माहौल में भाई ने दी चिता का मुखाग्नि

श्रीनगर गढ़वाल। अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार आज शाम साढ़े चार बजे आईटीआई घाट पर भारी पुलिस सुरक्षा के बीच हुआ। बेहद गमगीन माहौल में अंकिता के बड़े भाई अजय ने बहन की चिता को मुखाग्नि दी। अंकिता भंडारी की हत्या से शोकाकुल श्रीनगर और श्रीकोट गंगानाली के व्यापारियों ने आज अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। बाजार में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा।
अंकिता भंडारी की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में स्थानीय जनता और अंकिता के गांव डोभ श्रीकोट से आए लोगों के साथ ही कमिश्नर गढ़वाल सुशील कुमार, डीआईजी एनएस नगन्याल, डीएम पौड़ी डा. विजय जोगदंडे, एसएसपी पौड़ी यशवंत सिंह चौहान, एसएसपी चमोली श्वेता चौबे, श्रीनगर कोतवाल हरिओम राज चौहान के अलावा पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी शामिल हुए।
आंदोलनकारियों की पुलिस से धक्का-मुक्की
श्रीनगर मेडिकल कालेज की मोर्चरी से भारी विरोध के बीच अंकिता के शव को एंबुलेंस से आइटीआइ घाट ले जाने के दौरान आंदोलनकारियों के साथ हुई पुलिस की धक्की मुक्की भी हुई। पुलिस ने चारों ओर से सुरक्षा घेरा बनाते हुए अंकिता के शव को एंबुलेंस तक पहुंचाया, जिसके बाद पुलिस स्काॅट के साथ शव को आईटीआई घाट तक ले जाया गया।
मुख्यमंत्री ने अंकिता के अभिभावकों से दूरभाष पर बात कर व्यक्त की संवेदना
मुख्यमंत्री द्वारा अंकिता के अभिभावकों से दूरभाष पर बात करके उनके साथ दुख की इस घड़ी में गहरी संवेदना व्यक्त की तथा अभिभावकों को आश्वस्त किया कि इस घटना के लिए दोषी लोगों को बिल्कुल भी नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की तेजी से जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया जा चुका है तथा इस मामले में संलिप्त दोषी लोगों को शीघ्रता से सजा मिले इसके लिए उन्होंने फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से मुकदमे की पैरवी करने की सिफारिश भी की। इसके मुख्यमंत्री द्वारा अभिभावकों और पारिवारिकजनों को हरसंभव मदद देने का पूर्ण आश्वासन भी दिया।