निर्माण सामग्री की कीमतें बढ़ीं, महंगे ईंधन का दिखने लगा असर
घर बनाना और उसपर ‘चार चांद लगवाना’ महंगा हो गया है। एक तरफ जहां मकान बनाने के लिए सबसे जरूरी सरिया की कीमतों में इजाफा हुआ है। वहीं घर की फिनिशिंग के इस्तेमाल होने वाली टाइलों के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी और महंगे ईंधन को इसकी वजह बताया जा रहा है।
बढ़ोतरी हुई है। व्यापारियों की मानें तो कच्चे माल की 40 अचानक बढ़ी हैं। जोहड़ी जनवरी के अंत में सरिया प्रति
कुंतल 6000 से 6200 रुपये बिक रहा था। 21 फरवरी को दून में सरिया के दाम 6600 रुपये प्रति कुंतल रहे। दामों में 400 रुपये प्रति कुंतल की बढ़ोतरी हुई है।
एक्स सर्विसमैन सीमेंट स्टोर के राहुल कुमार ने बताया कि ने बताया कि टाटा टिस्कोन के सरिया में तीन हजार रुपये प्रतिटन की तेजी आई है। रोजाना दामों में उछाल देखने को
मिल रहा है।
टाइलों में प्रति पेटी 90 रुपये तक उछाल
देहरादून। दून मार्बल एवं टाइल्स एसोसिएशन के सचिव पुनीत गुप्ता ने बताया कि पांच रुपये तक प्रतिवर्ग फुट टाइल्स महंगी हुई हैं। छोटी टाइल्स की पेटी में 40 और बड़ी पेटी में 80 से 90 रुपये तक कीमतें बढ़ी है। टाइल्स कारोबारी राकेश गुप्ता ने बताया कि गुजरात में टाइल्स के कारखाने हैं। अब • तक टाइल्स निर्माण में कोयले का इस्तेमाल होता था, लेकिन अब ईंधन के रूप में गैस का इस्तेमाल शुरू हो गया है। गैस के दामों में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में टाइलों की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। जैसे-जैसे नए माल की •कीमतों में उछाल की वजह माना जा रहा है।
सप्लाई आ रही है, कीमतें बढ़ी हुई आ रही हैं। कच्चा माल न मिल पाने को भी