उत्तराखंड: मिशन 2027 🎯 – धामी सरकार की जन-जुड़ाव रणनीति! 🚀

देहरादून: उत्तराखंड की धामी सरकार ने 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों को “मिशन मोड” में शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकार और संगठन के बीच “सूत्रधार” की भूमिका निभाने के लिए 50+ वरिष्ठ नेताओं को विभिन्न विभागों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य पदों पर नियुक्त किया है।
क्या है मिशन 2027? 🤔
- जनहित योजनाओं का प्रचार-प्रसार 📢
- सरकार और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय 🤝
- पात्र लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ पहुँचाना 💰
- 2027 चुनावों के लिए जनसमर्थन तैयार करना 🗳️
“संगठन और सरकार के बीच पुल बनेंगे दायित्वधारी” – महेंद्र भट्ट (प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा)
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि “जिन कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी मिली है, वे अपने अनुभव और सक्रियता से प्रदेश के विकास में योगदान देंगे।” उनका मानना है कि ये नेता सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुँचाकर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएंगे।
धामी का निर्देश: “जनता तक पहुँचे हर योजना” 🎤
मुख्यमंत्री धामी ने सभी दायित्वधारियों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि “हमारी प्राथमिकता जनकल्याण है। हर योजना का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुँचाना हमारी जिम्मेदारी है।”
क्यों महत्वपूर्ण है यह कवायद? 🔍
- 2024 लोकसभा चुनाव के बाद 2027 विधानसभा चुनाव पर फोकस।
- योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन से जनता में विश्वास बढ़ेगा।
- संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल से पार्टी को मजबूती मिलेगी।
भाजपा की रणनीति: “जनसंपर्क + विकास = जीत” 🏆
भाजपा ने 2017 और 2022 में उत्तराखंड में जीत हासिल की थी। अब 2027 में लगातार तीसरी जीत के लिए जमीनी स्तर पर मजबूत कार्ययोजना बनाई जा रही है।
📌 क्या धामी सरकार 2027 में फिर बनाएगी इतिहास? आपकी राय कमेंट में बताएं! ⬇️