कम समय में कई गुना पैसा देने वाली क्रिप्टोकरंसी में भी सेंध लगनी शुरू हो गई है। हैकर्स (स्कैमर) ने सस्ती और मुफ्त करंसी का लालच देकर केवल कानपुर में सौ से अधिक निवेशकों को कम से कम 50 लाख रुपये की चपत लगा दी। जालसाजी का यह कारनामा ऐप के जरिए होता है। कानपुर निवासी अनीस खान ने बताया कि उन्होंने क्रिप्टो ऐप के जरिए पहले सौ डॉलर लगाए।
रकम 24 घंटे में 225 डॉलर हो गई। 15 दिन में तीन हजार डॉलर लगा दिए जो बढ़कर 9200 डॉलर हो गए। लेकिन जब वॉलेट से रकम निकालने का प्रयास किया तो खाता ब्लॉक कर दिया। एक्सचेंज में बात की 8500 डॉलर का घाटा दिखा दिया। चार वर्षों से क्रिप्टो में निवेश कर रहे फजलगंज के पीके कटियार ने छह महीने में 26 लाख रुपये लगाए जो बढ़कर 71 लाख हो गए।
पैसे निकालते समय खाता ब्लॉक कर दिया। क्रिप्टो सलाहकार प्रशांत अग्रवाल कहते हैं कि पैसा टॉप-20 क्वाइन में ही लगाएं। नए ऐप से बचें।
इस तरह होती है जालसाजी:हैकर्स व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से संदेश भेजते हैं। बातचीत शुरू होने पर क्रिप्टो ट्रेडिंग के बारे में बताया जाता है। झांसे में आए व्यक्ति को हैकर्स ऐप के जरिए एक्सचेंज में निवेश कराते हैं। लेकिन पैसा निकालते समय ब्लॉक कर दिया जाता है। फर्जी ऐप में बिट फड्स बिटक्वाइन माइनर, क्रिप्टो होलीक, बिटक्वाइन-2021 आदि शामिल हैं।
हॉट वॉलेट के प्रयोग से बचें के:निवेशक अपनी वर्चुअल करंसी क्रिप्टो वॉलेट में रखते हैं। यह तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट। हॉट वॉलेट हमेशा इंटरनेट से जुड़े रहते है, इसलिए कम सुरक्षित हैं। कोल्ड वॉलेट यूएसबी या हार्ड ड्राइव में होते है। पेपर वॉलेट डायरी में नोट होते हैं। नए निवेशकों ने हॉट वॉलेट अपनाया तो उसमें आसानी से सेंध लग जाती है।