हॉस्टल में रहने वाले छात्रों का भोजन भत्ता अब दोगुना
अनुसूचित जाति के बालक, बालिकाओं के लिए बनाए गए छात्रावासों में रहकर अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं का भोजन भत्ता प्रतिदिन के हिसाब से 150 रुपये कर दिया गया है। पूर्व में यह 69 रुपये था। भत्ता बढ़ने से विद्यार्थियों को उपयुक्त पोषाहार दिलाने में मदद मिलेगी। के आर जोशी, सहायक निदेशक, समाज कल्याण।
हल्द्वानी। समाज कल्याण से संचालित छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों का भोजन भत्ता दो गुना से भी अधिक बढ़ा दिया गया है। प्रति छात्र एक दिन का भोजन भत्ता अब 150 रुपये हो गया है। पूर्व में यह 69 रुपये था।
प्रदेश में समाज कल्याण के माध्यम से 19 को संचालन किया जा रहा है। इनमें 12 बालक और सात बालिका छात्रावास हैं। इनकी आवासीय क्षमता 938 विद्यार्थियों के रहने की है। अनुसूचित जाति के बालक और बालिकाओं को इनमें उच्च शिक्षा के लिए निशुल्क सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।
आवश्यकता से कम है छात्रावासों की क्षमता। प्रदेश के लगभग हर जिले में छात्रावास बनाए गए हैं। किसी भी छात्रावास की स्वीकृत क्षमता 50 से भी अधिक नहीं है जबकि एक ही जिले में अनुसूचित वर्ग के सैकड़ों विद्यार्थी इन निशुल्क छात्रवासों में रहकर उच्च शिक्षा ग्रहण करने की उम्मीद रखते हैं। क्षमता कम होने के कारण हजारों छात्र-छात्राएं आवश्यकता पड़ने पर भी इनका लाभ नहीं ले पा रही हैं।