बीटिंग रिट्रीट में इस साल नहीं बजेगा महात्मा गांधी का पसंदीदा अंग्रेजी गीत
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह के तीन दिन बाद होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह में इस साल महात्मा गांधी का पसंदीदा अंग्रेजी गीत ‘अबाइड विद मी’ नहीं बजेगा।
सेना द्वारा शनिवार को जारी 29 जनवरी के समारोह से संबंधित ब्रॉशर में भजन को शामिल नहीं किया गया है। ये गीत स्कॉटिश अंग्रेज कवि हेनरी फ्रांसिस लिट ने 1847 में लिखा था और बीटिंग रिट्रीट समारोह में 1950 से बजाया जा रहा है। केंद्र सरकार ने 2020 में भी इसे हटाने का फैसला लिया था, लेकिन इस पर विवाद होने के बाद ये फैसला टाल दिया गया था। सेना द्वारा जारी ब्रॉशर में उन 26 धुनों का जिक्र है जिन्हें विजय चौक पर होने वाले सालाना समारोह में बजाया जाएगा। अवाइड विद मी’ के बदले इस वर्ष कवि प्रदीप द्वारा लिखित ‘ऐ मेरे वतन के लोगों को शामिल किया गया है।
ये गीत 1962 के भारत-चीन युद्ध के शहीदों की याद में लिखा गया था। समारोह के अंत में हर वर्ष अबाइड विद मी बजाया जाता था लेकिन इस वर्ष सारे जहां से अच्छा’ बजाया जाएगा। बीटिंग रिट्रीट समारोह दिल्ली में सप्ताहभर चलने वाले गणतंत्र दिवस के समापन का संकेत होता है। एजेंसी
बापू की विरासत मिटाने का एक और प्रयास कांग्रेस कांग्रेस ने केंद्र सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि यह महात्मा गांधी की विरासत को मिटाने का एक और प्रयास है। कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने ट्वीट किया, महात्मा गांधी के पसंदीदा भजन को गणतंत्र दिवस बीटिंग रिट्रीट समारोह से हटाया गया। ये बापू की विरासत मिटाने का भाजपा सरकार का एक और प्रयास है। एक अन्य कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, अभी देश में गांधी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है। सरकार गोडसे की विचारधारा पर सख्ती से भरोसा करती है। शिवसेना ने भी आलोचना की।