गाजीपुर में दिल दहला देने वाला हादसा: तेज रफ्तार ट्रेलर ने झोपड़ी में सो रहे परिवार को रौंदा, तीन मासूमों की गई जान, दो अन्य जिंदगी की जंग में घायल

गाजीपुर में झकझोर देने वाला हादसा: झोपड़ी में चैन की नींद सो रहे परिवार पर मौत बनकर टूटा ट्रेलर, तीन मासूमों की गई जान, दो गंभीर
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। शुक्रवार की रात एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी। मां कामाख्या धाम के पास झोपड़ी में सो रहे एक डोम परिवार के ऊपर तेज रफ्तार ट्रेलर मौत बनकर टूटा, जिसने पांच लोगों को कुचल डाला। हादसे में तीन मासूम बच्चों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो अन्य की हालत नाजुक बनी हुई है।

झुग्गी में नींद में डूबा था परिवार, ट्रेलर ने रौंद डाला
गाजीपुर के गहमर कोतवाली क्षेत्र के पथरा गांव के पास एनएच 124सी हाईवे किनारे डोम समुदाय के कुछ परिवार झुग्गियों में वर्षों से जीवन यापन कर रहे हैं। शुक्रवार की रात, रोजमर्रा की तरह लालजी डोम का परिवार खाना खाकर झोपड़ी में सो गया। किसी को क्या पता था कि यह रात उनकी ज़िंदगी की आखिरी रात बन जाएगी। देर रात करीब 2 बजे एक तेज रफ्तार ट्रेलर अचानक अनियंत्रित होकर झोपड़ी पर चढ़ गया। पल भर में नींद में डूबे पांच लोगों को रौंदते हुए ट्रेलर निकल गया।
तीन मासूमों की मौके पर मौत, दो की हालत नाजुक
हादसे में लालजी डोम के तीन छोटे बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। चीख-पुकार मच गई, लेकिन जब तक मदद पहुंचती, सब कुछ खत्म हो चुका था। घायल अवस्था में दो अन्य लोगों को स्थानीय ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, भदौरा पहुंचाया, जहां उनकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क किया जाम, प्रशासन हरकत में आया
मासूमों की मौत और प्रशासनिक अनदेखी से आक्रोशित ग्रामीणों ने घटना के बाद हाईवे को जाम कर दिया। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। भीड़ को नियंत्रित करने और स्थिति को शांत करने के लिए पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता और स्थायी आवास दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही दोषी ट्रेलर चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया। इसके बाद जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ।

बॉर्डर से पकड़ा गया ट्रेलर चालक
घटना को अंजाम देने के बाद ट्रेलर चालक भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए उसे बिहार बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल ट्रेलर को जब्त कर लिया गया है और चालक से पूछताछ की जा रही है।
दर्द की दास्तां बनी एक रात
इस भयावह हादसे ने एक गरीब परिवार की सारी खुशियां छीन लीं। लालजी डोम और उसका परिवार जो पहले ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, अब अपने जिगर के टुकड़ों को खो बैठा है। प्रशासन की मदद के भरोसे के बीच एक सवाल उठता है — क्या फुटपाथ और झुग्गियों में रहने वालों की जान की कोई कीमत नहीं?
जरूरत है स्थायी समाधान की
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सिस्टम की अनदेखी की एक कड़वी मिसाल है। हाईवे किनारे झुग्गियों में रहने वालों के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम और स्थायी आवास की व्यवस्था न होने से ऐसे हादसे बार-बार दोहराए जा रहे हैं। क्या अब भी हम जागेंगे?