अतिथि शिक्षकों ने चुनावी ड्यूटी लगाने पर ऐतराज जताया है। उनकी शिकायत यह है कि सरकार सुविधाएं तो आउटसोर्स कर्मचारी के समान भी नहीं दे रही। जबकि, जिम्मेदारी स्थायी कर्मचारी के समान ही दे दी गई है।
शुक्रवार को माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के महामंत्री दौलत जगूड़ी ने कहा कि करीब सभी जिलों में अतिथि शिक्षकों की ड्यूटी मतदान अधिकारी, पीठासीन अधिकारी और वेब कास्टिंग में लगाई जा रही हैं। अतिथि शिक्षकों को नियमित कर्मचारियों की तरह सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। समय पर वेतन नहीं मिलता। कई जगह दो-दो महीने से वेतन नहीं मिला। भविष्य भी असुरक्षित है। जगूड़ी ने कहा, जब कोविड ड्यूटी से लेकर चुनावी ड्यूटी दी जा रही है तो सरकार समय पर वेतन से जुड़ी समस्या का निस्तारण भी करे। अतिथि शिक्षक ड्यूटी निभाने को तैयार हैं, पर मूलभूत समस्या भी हल होनी चाहिए। कई जगह ग्रीष्मकालीन अवकाश का वेतन भी नहीं दिया गया।