बेघर, बिना राशन कार्ड वालों को भी मिलेगा रियायती अनाज
नई दिल्ली। सरकार बेघरों और बिना राशन कार्ड वालों को भी सस्ते अनाज का फायदा देने जा रही है। खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने बृहस्पतिवार को बताया कि ऐसे लोगों का डाटा जुटाने के लिए व्यवस्था बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जल्द ही इसका ट्रायल किया जाएगा। पांडे ने बताया कि बहुत से बेघर और बिना राशन कार्ड वालों के पास पहचान पत्र या स्थायी पता नहीं होने से उन्हें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) या प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) का लाभ नहीं मिल पाता है। अब ऐसे लोगों को भी योजना का लाभ पहुंचाने की तैयारी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि राज्यों ने भी पहचान या स्थाई पता नहीं होने के कारण ऐसे लोगों को राशन कार्ड जारी नहीं किया। सरकार देश के 81 करोड़ लोगों को एनएफएसए के तहत 1 से लेकर 3 रुपये प्रति किलो के भाव पर अनाज उपलब्ध कराती रही है। इस योजना का लाभ राशन कार्डधारकों को ही जनवितरण प्रणाली के तहत मिलता है। सब्सिडी वाली इस अनाज योजना के अतिरिक्त सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान पीएमजीकेएवाई के तहत एनएफएसए के लाभार्थियों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया और योजना की अवधि मार्च 2022 तक बढ़ा दी है। ब्यूरो
राज्यों ने 11.21 लाख टन अनाज खुले बाजार की योजना से उठाया, निजी कंपनियों ने भी खरीदा।
खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकारों ने वर्तमान वित्त वर्ष 2021-22 में एनएफएसए के इतर 11.21 लाख टन अनाज बांटने के लिए उठाया है। इसमें से 11 लाख टन अनाज केंद्र सरकार की खुले बाजार की बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत राज्यों ने खरीदा है। राज्यों द्वारा ओएमएसएस के जरिए अनाज उठाने के कारण इस योजना के तहत इस साल 29 दिसंबर तक 71.44 लाख टन अनाज उठाया जा चुका है।