रूस-यूक्रेन तनाव से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट, 8.47 लाख करोड़ डूबे

रूस यूक्रेन में तनाव के बीच सोमवार को शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 1,700 अंक से ज्यादा टूट गया जबकि निफ्टी भी 17,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। बाजार में इस गिरावट की वजह से निवेशकों के 8.47 लाख करोड़ रुपये डूब गए। यह 26 फरवरी, 2021 के बाद सेंसेक्स में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
संकट के कारण वैश्विक स्तर पर निवेशक जोखिम वाली संपत्ति से निकल रहे हैं। कारोबारियों ने कहा कि रुपये में गिरावट और विदेशी कोष की निकासी से भी बाजार प्रभावित हुआ। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स तीन प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,405 अंक पर आ गया। लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में यह गिरावट दर्ज की गई है। निफ्टी 531.95 अंक या 3.06 प्रतिशत टूटकर 16,842 पर बंद हुआ। इस साल निफ्टी पहली बार 17,000 अंक से नीचे आया है। सेंसेक्स सिर्फ दो सत्रों में 2,520.19 अंक टूट चुका है। दो दिन में निवेशकों की पूंजी 12.38 लाख करोड़ से अधिक घटी है। टाटा स्टील का शेयर सबसे अधिक 5.49% टूटा एचडीएफसी, इंडसइंड बैंक, एसबीआई, कोटक बैंक के शेयर गिरे। > बैंकों पर ज्यादा मार पेज 15
खुदरा महंगाई दर जनवरी में बढ़कर 6.1% हुई
सब्जी, मांस, मछली जैसे खाद्य वस्तुएं महंगी होने से जनवरी में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 6.01 प्रतिशत पर पहुंच गई। यह स्तर रिजर्व बैंक के संतोषजनक दायरे से थोड़ा ऊपर है। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, तेल और बसा खंड में खुदरा मुद्रास्फीति 18.7 प्रतिशत रही। ईंधन एवं प्रकाश, कपड़ा और जूता-चप्पल (फुटवियर) तथा परिवहन एवं संचार क्षेत्रों समेत अन्य खंडों में महंगाई दर सालाना आधार पर 9 प्रतिशत बढ़ी। खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर जनवरी 2022 में 5.43 प्रतिशत रही जो इससे पिछले महीने 4.05 प्रतिशत थी।