सेवा से हटे तो गृह जनपद में ही मिलेगी नियुक्ति
प्रदेश में कार्यरत 4400 से ज्यादा अतिथि शिक्षकों को राहत दी गई है। नई नियुक्ति या प्रमोशन पोस्टिंग से स्थायी शिक्षक की तैनाती से हटने वाले अतिथि शिक्षक को गृह जनपद में तैनाती में प्राथमिकता दी जाएगी। सरकार ने महिला अतिथि शिक्षकों को मातृत्व अवकाश का लाभ देने का भी निर्णय किया है।
शुक्रवार को कैबिनेट में अतिथि शिक्षक को लेकर आज फिर चर्चा की गई। हालांकि यह विषय कैबिनेट के एजेंडे में नहीं था। लेकिन इसे तात्कालिक विषय के रूप में कैबिनेट ने लिया।
अतिथि शिक्षक अपने सुरक्षित भविष्य के लिए सरकार से ठोस नीति बनाने की मांग कर रहे है। कैबिनेट ने तय किया कि नियमित या पदोन्नति से प्रभावित अतिथि शिक्षक को गृहजनपद में तैनाती के लिए पहली प्राथमिकता दी जाएगी।
अतिथि शिक्षक के रूप में महिलाएं भी बड़ी संख्या में राज्य के दुर्गम क्षेत्र के स्कूलों में सेवाएं दे रहीं हैं। आउटसोर्स आधार पर नियुक्ति होने की वजह से उन्हें कई सुविधाएं नहीं मिल पा रही थीं। इनमें मातृत्व अवकाश भी शामिल है। इस पर निर्णय लिया गया।