मुख्यमंत्री पर मशविरा के लिए दिल्ली लौटे जोशी- विजयवर्गीय
देहरादून| उत्तराखंड में मुख्यमंत्री तय करने के लिए पार्टी के उत्तराखंड चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजय वर्गीय दिल्ली रवाना हो गए हैं। माना जा है रहा है कि वे हाईकमान के सामने नए सियासी समीकरण को लेकर पूरी बात रखेंगे। इसके बाद हाईकमान विधायक दल की बैठक बुलाने पर फैसला लेगा।
मुलाकातों का दौर शुरू : शुक्रवार को डा. निशंक ने मुख्यमंत्री आवास पहुंच कर धामी से मुलाकात की। हालांकि इसे सामान्य मुलाकात बताया गया। वहीं, महाराज ने दोपहर उत्तराखंड चुनाव प्रभारी जोशी और महासचिव विजयवर्गीय से अलग से भेंट की। इससे पूर्व मदन कौशिक ने भी पूर्व सीएम निशंक के आवास पहुंच मुलाकात की।
पर्यवेक्षक बनाने की चर्चाओं से बढ़ी हलचल: राज्य में नए सीएम के चयन को लेकर पार्टी हाईकमान के दो केंद्रीय मंत्रियों को पर्यवेक्षकों की जिम्मेदारी देने की चर्चाओं से पार्टी मुख्यालय में हलचल बढ़ गई। सोशल मीडिया में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान के नाम पर्यवेक्षक के तौर पर तैरते रहे। कुछ भाजपाई अपने-अपने तर्क के आधार पर सीएम के प्रबल के दौड़ में कुछ विधायकों के नाम गिनाने लगे। हालांकि भाजपा हाईकमान की तरफ से ऐसी कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है।
मुख्यमंत्री की दौड़ में आधा दर्जन नेता!
सूत्रों ने बताया कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के साथ सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, विशन सिंह चुफाल व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी इस दौड़ में हैं। अगर हाईकमान विधायकों के बजाय अन्य पर विचार करता है तो फिर रास सांसद अनिल बलूनी, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक और केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट में से कोई एक मुख्यमंत्री बन सकता है।
नेता विधायक दल के चयन को लेकर अभी पर्यवेक्षक बनाने की कोई आधिकारिक सूचना नहीं है। ना ही विधायक दल की बैठक की तिथि के बारे में कोई पत्र मिला है। जैसे ही बैठक की सूचना मिलती है तो सभी विधायकों को देहरादून पहुंचने के निर्देश दे दिए जाएंगे। – मदन कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा