कश्मीरी फेरीवालों पर हमला: देहरादून पुलिस की सख्त कार्रवाई, 16 ने छोड़ा मसूरी 🚨

मसूरी में कश्मीरी शॉल विक्रेताओं को धमकाया गया, लेकिन पुलिस ने तुरंत तीन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की। वहीं, 16 कश्मीरी व्यापारियों ने शहर छोड़ दिया, जिनमें से कई पुलिस सत्यापन अभियान के बाद जाने को मजबूर हुए।
🔍 क्या हुआ मसूरी में?
- वायरल वीडियो में देखा गया कि कुछ लोगों ने कश्मीरी फेरीवालों को धमकाया और मारपीट की।
- “वापस कश्मीर जाओ” जैसी आपत्तिजनक टिप्पणियां की गईं।
- पुलिस ने तुरंत संज्ञान लेते हुए तीन आरोपियों को पुलिस एक्ट के तहत चालान किया।
👮 पुलिस का सख्त रुख: “परेशान करने वालों पर होगी कार्रवाई!”
एसएसपी अजय सिंह ने स्पष्ट किया:
- “सभी कश्मीरी भाई यहाँ कानूनी तौर पर व्यापार कर सकते हैं।”
- “अगर कोई उन्हें परेशान करेगा, तो सख्त जवाब दिया जाएगा!”
- पेट्रोलिंग बढ़ाई गई ताकि कश्मीरी व्यापारियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
🛑 क्यों छोड़ रहे हैं कश्मीरी व्यापारी?
- 16 कश्मीरी फेरीवालों ने मसूरी छोड़ दिया, जिनमें से कई पुलिस सत्यापन प्रक्रिया के बाद जाने को मजबूर हुए।
- एसएसपी ने खुद संपर्क कर उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया, लेकिन कई ने वापस जाने का फैसला किया।
📜 नया नियम: अब अन्य राज्यों के व्यापारियों को लाना होगा सत्यापन पत्र!
चारधाम यात्रा के दौरान बाहरी राज्यों से आने वाले व्यापारियों के लिए नई गाइडलाइन:
✅ अपने गृह राज्य से सत्यापन पत्र लाना अनिवार्य
❌ बिना सत्यापन के व्यापार करने पर सख्त कार्रवाई
🗣️ भाजपा नेता ने पुलिस की तारीफ की
जम्मू-कश्मीर भाजपा नेता रफीक शाह ने कहा:
- “हम देहरादून पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट हैं।”
- “भारत विविधताओं में एकता वाला देश है, कोई इसे बांट नहीं सकता!”
- उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखकर कश्मीरी युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
📌 निष्कर्ष: सुरक्षा बनाम सत्यापन का संतुलन
पुलिस ने धमकाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर संदेश दिया है कि कानून सभी की सुरक्षा करेगा। लेकिन सत्यापन प्रक्रिया के कारण कुछ व्यापारियों का मनोबल टूटा है। अब देखना है कि क्या मसूरी में कश्मीरी फेरीवाले वापस लौटेंगे?
#देहरादून #मसूरी #कश्मीरीफेरीवाले #पुलिसकार्रवाई #सुरक्षा
📢 क्या आपको लगता है कि सत्यापन प्रक्रिया जरूरी है? कमेंट में बताएं! 💬