विकलांगों के साथ छल? मोर्चा ने तहसील प्रशासन और विधायकों को दी खरी-खोटी! 😡

विकासनगर – जन संघर्ष मोर्चा ने आज तहसील प्रशासन और विधायकों की संवेदनहीनता के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई! ✊ मोर्चा के प्रतिनिधियों ने तीन पूर्णतः विकलांग व्यक्तियों के साथ तहसील पहुंचकर आर्थिक सहायता के चेक के लिए 6-7 महीने से चल रहे भटकाव को लेकर जमकर विरोध किया।
क्या हुआ मामला? 🤔
सरकार द्वारा विकलांगों के लिए स्वीकृत आर्थिक सहायता के चेक तहसील प्रशासन की लापरवाही और विधायकों की राजनीति की भेंट चढ़ गए। मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने बताया कि:
- तहसील कर्मी विकलांगों को महीनों से इधर-उधर भटका रहे थे।
- विधायकों ने चेकों पर कब्जा कर उन्हें अपने घर से बांटना शुरू कर दिया, जो नियमों के खिलाफ है।
- गरीबों को विधायकों के घर चक्कर लगाने पड़ते हैं, लेकिन वे मिलते नहीं!
- 5-10 हजार के चेक देकर विधायक फोटो खिंचवाकर सस्ती लोकप्रियता बटोर रहे हैं। 📸
तहसीलदार ने दिया वादा, मोर्चा ने दी चेतावनी ⚠️
तहसीलदार विवेक राजोरी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए वादा किया कि आचार संहिता खत्म होते ही चेक विकलांगों के घर पहुंचा दिए जाएंगे। लेकिन मोर्चा ने साफ कहा –
“अगर ऐसा दोबारा हुआ, तो जिम्मेदारों को कुर्सी समेत बाहर फेंक देंगे! विधायकों को भी सबक सिखाया जाएगा!”
मोर्चा की मांगें 📢
- चेक सीधे लाभार्थियों तक पहुंचें, विधायकों के घर से नहीं!
- तहसील प्रशासन जवाबदेह बने, विकलांगों को परेशान न करे।
- राजनीतिक दिखावे बंद हों, सहायता को प्रचार का माध्यम न बनाया जाए।
मोर्चा की टीम में कौन-कौन था? 👥
महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, हाजी असद, भीम सिंह बिष्ट, प्रवीण शर्मा पिन्नी, अमित जैन, सुशील भारद्वाज और यूनुस जैसे नेताओं ने इस आंदोलन में हिस्सा लिया।
नारा बुलंद है – विकलांगों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं! 🔥
अगर प्रशासन नहीं सुधरता, तो आंदोलन और बड़ा होगा! ✊
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