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1400 करोड़ का  लाइन लॉस विद्युत उपभोक्ताओं पर बरपा रहा कहर – मोर्चा

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विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह  नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि भारी  विद्युत लाइन लॉस के चलते सरकार लगातार बिजली के दामों में बढ़ोतरी कर उपभोक्ताओं पर कहर बरपा रही है, जिसकी वजह से आमजन का जीना दुभर हो गया है । सरकार द्वारा सीधे तौर पर जनता से व्यापार किया जा रहा है, यानी लूटने का काम किया जा रहा है ।                        

नेगी ने कहा कि अगर आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2020-21 में यूपीसीएल द्वारा लगभग 13287  मिलियन यूनिट्स बिजली खरीदी गई एवं इसके सापेक्ष 11432 मिलियन यूनिट्स बिजली बेची गई, यानी 1855 मिलियन यूनिट्स का नुकसान हुआ, जिसकी कीमत 1109 करोड रुपए बैठती है। इसी प्रकार वर्ष 2021-22 में 14581 एमयू खरीदी गई तथा 12519 एमयू बेची गई, यानी2063 एमयू का लॉस हुआ जिसके चलते औसतन 1176 करोड रुपए का नुकसान हुआ एवं इसी क्रम में वर्ष 2022-23 में 15757 एमयू खरीदी गई एवं 13491 एमयू बेची गई, यानी 2266 एमयू का नुकसान हुआ, जिसका औसत मूल्य लगभग 6.12 रुपए प्रति  यूनिट था, इस प्रकार 1387 करोड़ रूपया पानी में बह गया। वर्ष 2023- 24 में भी लाइन लॉस में कोई कमी नहीं आई । हैरानी की बात यह है  कि सरकार/ यूपीसीएल आदि चाहते तो इस लॉस को काफी कम कर सकते थे, लेकिन लॉस कम होने से इनके मंसूबों पर पानी फिर जाएगा अथवा खेला नहीं हो पाएगा । नेगी ने कहा कि यह हाल तब है, जब सरकार को बहुत कम दामों में विद्युत  रॉयल्टी एवं अपनी जल विद्युत परियोजनाएं हैं, अगर यह सब न होता तो सरकार ₹10 यूनिट बिजली बेचती !                 

नेगी ने कहा कि लगभग1400-1500 करोड़ रूपया लाइन लॉस आदि में चला जाना बहुत ही गंभीर मामला है तथा इस लॉस की वजह से जनता का दम निकला जा रहा है, लेकिन सरकार/ निगम को कोई फिक्र नहीं है। थोड़ा-बहुत  लॉस होना  लाजमी है,लेकिन इतना कैसे स्वीकार हो सकता है ! आखिर सरकार को दाम बढ़ाने की इतनी जल्दी क्या है! क्या सरकार थोड़ा बहुत  रियायत कर इसकी भरपाई नहीं कर सकती !                 

अगर सरकार के पास थोड़ी भी गैरत बची हो तो तुरंत इस लॉस को कम करने की दिशा में कम करे, जिससे जनता को सस्ते दामों में बिजली मुहैया हो सके ।               

पत्रकार वार्ता में -मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा,  अंकुर वर्मा व सुशील भारद्वाज मौजूद थे |

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