श्रीनगर। प्रो. ललित कुमार
अवस्थी ने एनआईटी (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान) उत्तराखंड के तीसरे स्थायी निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। निदेशक पद सवा साल से रिक्त चल रहा था। इस मौके पर उन्होंने प्राथमिकता गिनाते हुए सर्वप्रथम छह माह के भीतर एनआईटी के स्थायी परिसर के निर्माण की बात कही।
नवंबर 2020 में एनआईटी उत्तराखंड के निदेशक प्रो. श्याम लाल सोनी का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया था। तब से संस्थान में कार्यवाहक निदेशक जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसी साल जनवरी में केंद्र सरकार ने एनआईटी हमीरपुर में कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. एलके अवस्थी को दिया नियुक्ति की है। वह अक्तूबर 2021 से संस्थान में प्रभारी निदेशक की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे। इससे पूर्व वह 2016 से 2021 के बीच एनआईटी जालंधर के निदेशक रह चुके हैं।
बुधवार को प्रो. अवस्थी ने एनआईटी उत्तराखंड में कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि वर्तमान में अस्थायी परिसर के प्रथम फेज का निर्माण कार्य अंतिम दौर में है। यहां 560 बच्चों के लिए हॉस्टल बन रहा है। इसके बाद दूसरे फेज का निर्माण चलेगा। इसी के साथ साथ सुमाड़ी में स्थायी परिसर का निर्माण होगा। स्थायी परिसर का निर्माण ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) मोड में हो रहा है, जिससे काम तय समय पर पूरा होगा। निर्माणदायी संस्था की ओर से फाइनल प्लान दे गया है। सारी औपचारिकताओं में छह माह का समय लग जाएगा।
इसके पश्चात निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। पांच साल के भीतर स्थायी कंपस का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा, जबकि दो साल के अंदर प्रशासनिक भवन सहित अन्य निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएंगे। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. पीएम काला भी मौजूद थे।