कोटद्वार:जनपद पौड़ी की छह विधानसभा सीटों में ‘नोटा’ कई निर्दलीय प्रत्याशियों पर भारी पड़ गया। यमकेश्वर विधानसभा सीट में भाजपा-कांग्रेस के बाद सबसे अधिक वोट नोटा पर ही पड़े। कोटद्वार विधानसभा सीट पर 11 प्रत्याशियों में ‘नोटा’ 506 वोट लेकर छठे स्थान पर रहा। जिले की चार सीटों में एक प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने ‘नोटा’ का बटन दबाया।
जनपद पौड़ी की छह विधानसभा सीटों में 47 प्रत्याशी मैदान में थे। जिनके भाग्य का फैसला जिले के 5,79,726 मतदाताओं के हाथ में था। इनमें से 3,18,099 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। 3,18,099 मतदाताओं में से 3,387 मतदाता ऐसे थे, जिन्हें चुनावी दंगल में उतरे 47 प्रत्याशियों में से एक भी प्रत्याशी सुयोग्य नहीं लगा और इन मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। जिले में 25 प्रत्याशी ऐसे थे, जिन पर नोटा का बटन भारी पड़ गया। यमकेश्वर विधानसभा सीट में चुनावी दंगल में उतरे पांच प्रत्याशियों में से दो प्रत्याशी नोटा से भी नीचे रहे। कुछ यही स्थिति चौबट्टाखाल विधानसभा की भी रही, जहां नौ प्रत्याशियों में से पांच को नोटा के बराबर भी वोट नहीं मिले।