उत्तराखंड: जंगल घास लेने गई महिला पर बाघ ने किया हमला, लाठी डंडे से वार कर बचाई जान

Ramnagar nainital tiger attack: घायल होने के बावजूद महिला ने नहीं छोड़ी हिम्मत, सूझबूझ का परिचय देते हुए हाथ में पकड़े डंडे से ही बाघ पर वार कर किया जंगल की ओर भागने को मजबूर…
राज्य में जंगली जानवरों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन राज्य के किसी ना किसी हिस्से से मानव वन्य जीव संघर्ष की खबरें सामने आ रही है। ऐसी ही एक खबर आज फिर नैनीताल जिले के रामनगर वन प्रभाग के कोटा रेंज से सामने आ रही है। जहां मवेशियों को चराने और घास लेने के लिए जंगल गई एक महिला पर एकाएक बाघ ने हमला कर दिया। एकाएक हुए इस हमले से एक पल के लिए तो महिला घबरा गई परंतु अगले ही पल न केवल उसने खुद को संभाला बल्कि घायल होने के बावजूद अपनी हिम्मत नहीं छोड़ी और अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए मवेशियों को चराने के लिए हाथ में पकड़े डंडे से ही बाघ पर वार करने लगी। महिला द्वारा लगातार किए जा रहे वार को देखकर आखिरकार बाघ को जंगल की ओर भागने पर मजबूर होना पड़ा। कुछ इस तरह महिला ने विषम परिस्थितियों में भी अपनी हिम्मत एवं सूझबूझ से खुद की जान बचा ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र के अमतोली गांव निवासी मुन्नी देवी पत्नी गोपाल राम रोजाना की तरह बीते शनिवार को भी अपने मवेशियों को चराने और घास लाने के लिए रामनगर वन प्रभाग के कोटा रेंज के जंगल गई थी। बताया गया है कि जैसे ही मुन्नी जंगल में पहुंची तो वहां पहले से घात लगाकर बैठे एक बाघ ने उस पर अचानक हमला कर दिया। इससे पहले कि मुन्नी देवी कुछ सोच समझ पाती, बाघ महिला के पैर और जांघ पर हमला कर चुका था। बावजूद इसके मुन्नी देवी ने अपनी हिम्मत नहीं छोड़ी और हौसला दिखाते हुए मवेशियों को खदेड़ने वाले डंडे से बाघ पर वार करना शुरू कर दिया। जिससे न केवल बाघ जंगल की ओर भाग गया बल्कि मुन्नी देवी की जान भी बच गई। उधर दूसरी ओर इस घटना से समूचे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। दहशतग्रस्त ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम से बाघ को आदमखोर घोषित कर पकड़ने या मारने की मांग की है।