बेटियों की शादी की उम्र 21 वर्ष करने से कुछ को तकलीफ।
पीएम बोले- देश देख रहा है, अब यूपी को कोई वापस अंधेरे में नहीं धकेल सकता
प्रयागराज । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बेटियों को पढ़ाई-लिखाई और आगे बढ़ने के लिए समय व समान अवसर देने के लिए शादी की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने का प्रयास किया जा रहा है। देश यह फैसला बेटियों के लिए कर रहा है, लेकिन किसको इससे तकलीफ हो रही है, ये सब देख रहे हैं। बेटों के लिए शादी की उम्र पहले ही 21 साल है। डबल इंजन की सरकार बिना किसी भेदभाव व पक्षपात बेटियों के भविष्य को सशक्त बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।
प्रयागराज में मातृशक्ति महाकुंभ में प्रधानमंत्री मोदी ने महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए योगी सरकार की कोशिशों की तारीफ की। कार्यक्रम में प्रदेशभर से दो लाख से अधिक महिलाएं शामिल हुईं। मोदी ने कहा, यूपी में महिला सशक्तिकरण के लिए 30 लाख प्रधानमंत्री आवास में से 25 लाख महिलाओं के नाम पर पंजीकृत कराए गए हैं। बेटियां कोख में ही ना मारी जाएं, वो जन्म लें, इसके लिए सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के जरिये समाज को जागृत किया। इसके कारण कई राज्यों में बेटियों की संख्या बढ़ी है। गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण, अस्पतालों में डिलीवरी और गर्भावस्था के दौरान पोषण पर ध्यान दिया गया। मातृवंदना योजना के तहत गर्भावस्था के दौरान पांच हजार रुपये महिलाओं के बैंक खातों में डाले ताकि उन्हें उचित खानपान मिल सके। पीएम ने कहा, प्रयागराज की पावन भूमि पर यूपी के विकास का संकल्प लेना है। कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोदी को गीता श्लोक के प्रिंट वाली शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया और मां दुर्गा की प्रतिमा भी भेंट की।
मोदी ने कहा, हमारी सरकार ने देशभर के सैनिक स्कूलों के दरवाजे बेटियों के लिए खोले । मुस्लिम बहनों को अत्याचार से बचाने के लिए तीन तलाक कानून बनाया।