मास्को
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के पूर्वी इलाके में दोनबास में विशेष सैन्य कार्रवाई का आदेश दे दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक के बीच पुतिन ने यूक्रेन की सेना के हथियार डालने के लिए कहा। पुतिन ने कहा कि अगर किसी विदेशी सेना ने हस्तक्षेप की कोशिश की तो ऐसे भयंकर परिणाम भुगतने होंगे जो पहले इतिहास में कभी नहीं देखे गए। इस संबंध में सभी प्रासंगिक फैसले ले लिए गए हैं और मुझे उम्मीद है कि आप सुन रहे होंगे।
पुतिन ने कहा कि हम यूक्रेन पर कब्जा नहीं करना चाहते हैं, हमारी नीति स्वतंत्रता पर आधारित है।’ पुतिन ने कहा कि नाटो और अन्य देश यूक्रेन में ‘नियो नाजी’ को समर्थन दे रहे हैं। वे बढ़ रहे हैं और यूक्रेन की सीमा तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन को परमाणु हथियार नहीं हासिल करने देगा।’ इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ने पुतिन से बात करनी चाही लेकिन उन्होंने फोन तक नहीं उठाया।
यूरोप में बड़े जंग की चेतावनी
पुतिन के इस आदेश के बाद यूक्रेन के कई इलाकों में बम विस्फोट की आवाजें सुनी जा रही हैं। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने देश में आपातकाल लगाने के बाद यूरोप में बड़े जंग की चेतावनी दी थी। जेलेंस्की ने कहा कि रूस के करीब दो लाख सैनिक और हजारों की तादाद में युद्धक वाहन यूक्रेन की सीमा पर मौजूद हैं। उन्होंने चेताया कि रूस की सेना जल्द ही यूरोप में एक भीषण युद्ध की शुरुआत कर सकती है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उनके बातचीत के न्योते को ठुकरा दिया है और आक्रामक अभियान को मंजूरी दे दी है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, ‘मैंने रूसी राष्ट्रपति से फोन पर बातचीत करना चाहा था लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया है। यूक्रेन के लोग और सरकार दोनों ही शांति चाहते हैं लेकिन हम अगर हमले की चपेट में आते हैं और जिससे हमारी स्वतंत्रता और जीवन संकट में पड़ता है तो हम पलटवार करेंगे।’ इस बीच रूस ने अपने यूक्रेन से लगते इलाके में हवाई सीमा को बंद कर दिया है। उधर, यूक्रेन के हमले के खतरे को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की की आपात बैठक बुलाई गई है।