ऑपरेशन गंगा : ओडेसा यूनिवर्सिटी में MBBS की पढ़ाई कर रहे कई भारतीय स्टूडेंट्स के साथ पाकिस्तानी छात्र-छात्राएं भी पढ़ते हैं. भारत सरकार ने जब एडवाइजरी जारी की कि यूक्रेन खाली करना है, तो रूस की बमबारी के बीच वहां से बाहर निकलना काफी मुश्किल था. ऐसे संकट काल में भारतीय छात्रों को भारतीय दूतावास ने निर्देश दिए कि आप जब भी गाड़ियों से निकलें तो गाड़ी के ऊपर तिरंगा जरूर लगाएं, ताकि रास्ते में कोई परेशानी न हो. इसी का फायदा उठाते हुए और पाकिस्तानी छात्र भी अपनी गाड़ियों पर तिरंगा लहराते हुए यूक्रेन से बाहर निकल रहे हैं, जिसकी तस्वीर भी अब सामने आ गई।
हाजीपुर. यूक्रेन में रूसी सेना का हमला लगातार जारी है. 10 लाख से अधिक लोगों ने यूक्रेन के बाहर दूसरे पड़ोसी देशों में शरण ले ली है. आपात पलायन का शिकार वे भारतीय विद्यार्थी भी हुए हैं जो यूक्रेन में पढ़ाई करने गए थे. भारत सरकार की ओर से इन्हें युद्ध क्षेत्र से निकाल अपने वतन भारत लाने की कवायद लगातार की जा रही है. हजारों छात्र वापस लौट चुके हैं. ऐसे ही एक छात्र हाजीपुर के अभिषेक बिहार लौट चुके हैं. उन्होंने बताया कि वहां भारतीयों का सम्मान है और तिरंगा देख लोग या सेना, सेफ पैसेज दे देते हैं. इसी क्रम में यूक्रेन से बाहर निकलने के लिए पाकिस्तानी छात्र अपने गाड़ियों पर तिरंगा लगा रहे हैं और देश से बाहर निकलने में सफल हो रहे हैं. इसकी तस्वीर भी अब सामने आने लगी है।
पूरा वाकया बताया ते हुए अभिषेक ने बताया और इस बात के सबूत भी दिए, अभिषेक ने बताया कि तनाव के बीच वह किसी तरह वापस तो लौट गया मगर जो तस्वीर उनके मित्रों ने भेजी, वह उन्हें काफी गौरवान्वित कर रहा है. उन्होंने बताया कि ओडेसा यूनिवर्सिटी में वह MBBS की पढ़ाई कर रहे थे. उसी यूनिवर्सिटी में कई पाकिस्तानी छात्र-छात्राएं भी पढ़ते हैं. भारत सरकार ने जब एडवाइजरी जारी की कि हमें देश खाली करना है, ऐसे में जिस प्रकार से रूस लगातार बमबारी कर रहा है वहां से बाहर निकलना काफी मुश्किल था।
ऐसे संकट काल में भारतीय छात्रों को भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि आप जब भी गाड़ियों से निकले तो गाड़ी के ऊपर तिरंगा जरूर लगाएं ताकि रास्ते में कोई परेशानी ना हो. इसी का फायदा उठाते हुए और पाकिस्तानी छात्र भी अपनी गाड़ियों पर तिरंगा लहराते हुए यूक्रेन से बाहर निकल रहे हैं, जिसकी तस्वीर भी अब सामने आ गई. निश्चित तौर पर भारत के लिए काफी गर्व की बात है.वहीं, पाकिस्तान सरकार को इस बात से थोड़ी शर्मिंदगी जरूर महसूस हो रही होगी।