You dont have javascript enabled! Please enable it! आयकर विभाग द्वारा महाराष्ट्र के मुंबई और नवी मुंबई क्षेत्र में एक रियल एस्टेट समूह पर तलाशी अभियान चलाया गया - Newsdipo
July 22, 2025

आयकर विभाग द्वारा महाराष्ट्र के मुंबई और नवी मुंबई क्षेत्र में एक रियल एस्टेट समूह पर तलाशी अभियान चलाया गया

0
Logo_of_Income_Tax_Department_India (1)

आयकर विभाग ने 25.11.2021 को मुंबई और नवी मुंबई क्षेत्र में आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं के निर्माण में लगे हुए एक रियल एस्टेट समूह पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया। यह समूह मुख्य रूप से स्लम बस्तियों के पुनर्वास परियोजनाओं में कार्यरत है। तलाशी कार्रवाई में लगभग 30 परिसरों को शामिल किया गया।

इस तलाशी कार्रवाई के दौरान समूह द्वारा कर चोरी के लिए अपनाए गए के विभिन्न तरीकों का पता लगाया गया। फ्लैटों की बिक्री के भाग के रूप में 100 करोड़ रुपये की नकद प्राप्ति के संदर्भ में बताने वाले कई दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य प्राप्त किए गए और जब्त किए गए, जिनका नियमित पुस्तकों में कोई उल्लेख नहीं है। तलाशी कार्यवाही के दौरान इस प्रकार के लेन-देन में नगद प्राप्ति के बारे में दर्ज किए गए बयानों में भी पुष्टि की गई है। समूह द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली में ग्राहकों को ऑन-मनी कंपोनेंट के बराबर वचन पत्रोंको जारी किया जाना शामिल है और फ्लैट के पंजीकरण के बाद इन वचन पत्रों को नष्ट कर दिया जाता था।

न केवल झुग्गी-झोपड़ियों के मूल निवासियों द्वारा अपने मकान को खाली करने के लिए बल्कि कुछ अन्य व्यक्तियों द्वारा झुग्गीवासियों के संपत्तियों को खाली कराने के लिए बेहिसाब नकद भुगतान के संबंध में आपत्तिजनक साक्ष्य प्राप्त किए गए हैं और जब्त किए गए हैं। स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (एसआरए) के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन और अनियमितताओं के बारे में अन्य सबूतों का भी पता चला है।

सबूतों की शुरूआती जांच से पता चला है कि समूह ने नकद में भुगतान करके कंपनी में नियंत्रण हिस्सेदारी प्राप्त की है। आय स्रोत में कर कटौती के प्रावधानों का पालन करने में चूक का भी पता चला है। इस समूह ने अपने द्वारा दावा किए गए कुछ भुगतानों के लिए आय स्रोत पर कर में कटौती नहीं की है, जो कि कुल 300 करोड़ रुपये से ज्यादा है।

तलाशी के दौरान 6.00 करोड़ रुपये से ज्यादा की बेहिसाब नकदी जब्त की गई है।

आगे की कार्यवाही चल रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *