उन्होंने कहा कि धनतेरस एवं दीपावाली के दौरान शहर में लोगों एवं वाहनों का आगमन बाजार की ओर अधिक रहेगा। इस कारण यातायात प्रभावित होने की संभावना बनी रहेगी। भीड़ को देखते हुए पहले ही पार्किंग, रूट डायवर्जन आदि की तैयारी कर लें, ताकि यातायात व्यवस्था बनी रहे।
DGP Sir ने बैठक में विभिन्न बिन्दुओं पर विचार-विमर्श करते हुए निम्न निर्देश दिए-
➡ धनतेरस के दिन बाजारों में सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए। जहां पर आवश्यकता हो तो बैरिकेटिंग का प्रयोग किया जाए।
➡ चीता पुलिस इमरजेंसी कॉल के अतिरिक्त अपने क्षेत्र की यातायात व्यवस्था भी सम्भालेगी।
➡ शहर के मार्गों पर नो-पार्किंग जोन में खड़े किये जा रहे वाहनों एवं गलत तरीके से पार्क वाहनों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही के साथ क्रेन के माध्यम से टोईंग की कार्यवाही निरन्तर की जाय।
➡ अपने क्षेत्र की सुदृढ़ यातायात व्यवस्था की जिम्मेदारी सम्बन्धित थाना/चौकी की भी है। ट्रफिक जाम होने पर यातायात पुलिस के साथ स्थानीय थाना प्रभारी भी जिम्मेदार होंगे, उनके विरूद्ध भी कार्यवाही की जाए।
➡ यातायात प्रबन्धन को सर्वाेच्च प्राथमिकता पर रखा जाए। धरना/प्रदर्शन, शोभायात्रा में निर्धारित रूट का ही प्रयोग किया जाए। उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुए FIR भी की जाए।
➡ मार्गों पर अस्थायी अतिक्रमण को यथासंभव हटवाएं तथा उक्त सम्बन्ध में नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।