कपड़े पर कर वृद्धि टली, जूते महंगे
राज्यों की आपत्ति के बाद सरकार ने शुक्रवार को कपड़ा उत्पादों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दर पांच फीसदी से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने का TIONE फैसला फरवरी के लिए टाल दिया। लेकिन एक जनवरी से जूते-चप्पल (फुटवियर) सात फीसदी महंगे हो जाएंगे। अभी इसकी दर पांच फीसदी है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद की 46 वीं बैठक हुई। इसके बाद सीतारमण ने कहा कि कपड़ा उत्पादों पर पहले की तरह पांच फीसदी की ही दर से शुल्क लगेगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों को तर्कसंगत बनाने के लिए गठित राज्यों के वित्त मंत्रियों के समूह को कपड़ों पर शुल्क की दर के बारे में विचार करने को कहा गया है। मंत्री समूह को फरवरी 2022 के अंत तक अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है।
कपड़े पर ही चर्चाः वित्त मंत्री ने साफ किया कि बैठक में सिर्फ कपड़े पर जीएसटी बढ़ाने पर ही चर्चा हुई। कपड़े पर कर बढ़ाने का मामला छोटे कारोबारियों से लेकर उपभोक्ताओं तक को प्रभावित करने वाला है, इसलिए इस पर जीएसटी को लेकर राज्यों के साथ विस्तार से चर्चा हो रही है। फुटवियरपर भी शुल्क वृद्धि का फैसला हुआ था। लेकिन इस पर शुल्क टालने के आग्रह को नहीं माना गया। यानी जूते-चप्पल पर शनिवार से 12% शुल्क लगेगा।