पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन में कूदे दस कर्मचारी महासंघ।
पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन को दस अन्य महासंघों ने भी समर्थन देने की घोषणा की है। रविवार को रेसकोर्स स्थित आफिसर्स ट्रांजिट हास्टल में पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन उत्तराखंड की बैठक हुई। इस दौरान पुरानी पेंशन बहाली को लेकर देशभर में चलाए जा रहे आंदोलन पर रणनीति तैयार की गई। इस दौरान उत्तराखंड प्रदेश के मान्यता प्राप्त दस महासंघों ने आंदोलन में सम्मिलित होने की घोषणा की। उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति के अध्यक्ष शक्ति प्रसाद भट्ट व महासचिव पूर्णानंद नौटियाल ने बताया कि रविवार को बैठक में उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन, उत्तराखंड राज्य संयुक्त कर्मचारी परिषद, उत्तराखंड फेडरेशन मिनिस्ट्रियल सर्विसेज, राजकीय वाहन चालक महासंघ, चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी महासंघ, सिंचाई विभाग महासंघ, उत्तराखंड निगम कर्मचारी महासंघ शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन उत्तराखंड 30 दिसंबर से पहले सभी जनपदों में सभी कर्मचारी संगठनों के साथ मिलकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए शीघ्र कार्यक्रम घोषित करेगा। बैठक में बीते 15 नवंबर को प्रदेशभर में किए गए आंदोलन की समीक्षा की गई। बताया कि एक लाख से अधिक कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाया। आगे भी इसी प्रकार के विरोध प्रदर्शन को लेकर रणनीति बनाई गई है। बैठक में सचिवालय संघ के महासचिव विमल जोशी, उपाध्यक्ष सुनील लखेरा, प्रचार सचिव राकेश मैहर, संयुक्त सचिव चंदन सिंह बिष्ट, पूर्व उपाध्यक्ष जगदंबा प्रसाद मैखुरी, सचिवालय समीक्षा अधिकारी संघ के महासचिव प्रमोद कुमार, उपाध्यक्ष राजेंद्र रतूड़ी, उत्तराखंड सचिवालय सहायक संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह रावत, चंद्रवीर नेगी आदि मौजूद रहे।