धन्यवाद आप सभी को आपके सहयोग और आश्रीवाद के हम आजीवन आभारी रहेंगे: संजय डोभाल
संजय डोभाल ने जीतने के बाद जनता से यह कहा :यमुनोत्री विधानसभा की देवतुल्य जनता को मेरा सादर प्रणाम । आप सभी का जिस तरह से प्यार और आशीर्वाद मुझे मिला है मैं इसके लिए आजीवान आप सभी का ऋणी रहूंगा ।
इस बार मैं अकेला चुनाव नहीं लड़ा बल्कि पूरा यमुनोत्री विधानसभा परिवार का मतदाता यह चुनाव लड़ा है ।
आप सभी जिस तरीके से इस संकट की घड़ी में हमारे साथ, हमारी इस लड़ाई को लड़कर हमें मजबूत किया है, निश्चित रूप से मेरे लिए यह ईश्वरीय कृपा से कम नहीं है, मैंने वेदों और पुराणों में पढ़ा व सुना था कि जब भी कभी सत्य को परेशान किया जाता है, तो सत्य के साथ तमाम शक्तियां एकजुट होकर उसके साथ खड़ी होकर उसकी मदद किया करती थीं, आप लोगों के इस साथ-सहयोग व आशीर्वाद के बलबूते आज मुझे भी ऐसी ही अनुभूति हो रही है ।
देवतातुल्य यमुनोत्री विधानसभा के वासियों, जब मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बनाया तो मेरे लिए वह समय जरूर कठिन था परंतु हौसले हमारे बुलंद थे, हौसलों की बुलंदी के पीछे यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र के लाखों की संख्या में माताओं-बहनों, पितातुल्य बुजुर्ग, नौजवान साथियों का आशीर्वाद था। मैं आपको आश्वस्त करता हूँ कि जिस तरह से आप सब लोग इस संकट की घड़ी के क्षण में पूरी मजबूती के साथ मेरे साथ खड़े रहे उसी तरह से आपका यह संजय डोभाल आजीवन आप सबकी उम्मीदों पर खरा उतरकर यमुनोत्री विधानसभा के लोगों की हक की लड़ाई लड़ता रहेगा । मैं आप सबके एहसान का बदला तो अपने जीवन के अंतिम साँस तक नहीं उतार सकता हूं परंतु यह वचन जरूर देना चाहूंगा कि जीवन के आखिरी सांस तक हमारा पूरा परिवार आप सब की सेवा में समर्पित रहकर इस कर्ज को उतारने का प्रयास करता रहेगा।
मैं आजीवन आप सभी के काम आता रहूं हमेशा प्रभु से यही प्रार्थना करता हूं । जाने अनजाने में अगर इस विधानसभा चुनाव में किसी भी तरह की भूल आपने बेटे से हुई हो तो एक बार फिर मैं सर झुकाकर क्षमा प्रार्थी हूं ।
मेरे जीवन का मकसद राजनीति नहीं, जनसेवा है, जो निरंतर जारी रहेगी, आपका बेटा संजय डोभाल हमेशा आपके बीच रहेगा।
मैं आप सब क्षेत्रवासियों को पुन: यह विश्वास दिलाता हूँ कि जब भी ज़रूरत पड़े बस एक फ़ोन या संदेश भर से दूर हूँ,। हर परिस्थिति में आपके साथ था, हूँ, रहूँगा.. चाहे कोई आए या जाए।