यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई (Russia attack Ukraine) के बाद मानवीय संकट पैदा होता दिख रहा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि पहले दिन के मिलिट्री ऑपरेशंस में 137 लोगों की मौत हुई, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए. इसी बीच अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में रूस की सैन्य कार्रवाई को लेकर प्रस्ताव लाए जाने की तैयारी है. जानकारी के मुताबिक भारतीय समयानुसार 26 फरवरी को यूएनएससी में यूक्रेन संकट पर प्रस्ताव पर मतदान (Russia military operation UNSC vote) कराया जाएगा.
मॉस्को / कीव / नई दिल्ली / न्यूयॉर्क : यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई (Russia attack Ukraine) के बाद हालात चिंताजनक हैं. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि रूस की कार्रवाई में 137 लोगों की मौत हुई है. उन्होंने जनरल मोबिलाइजेशन संबंधी आदेश पर साइन कर दिए हैं. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जिस जनरल मोबिलाइजेनशन की डिक्री पर साइन किए हैं, इसे अगले 90 दिनों में लागू किया जाना है. बता दें कि रूस और यूक्रेन के राजनयिक रिश्ते समाप्त हो चुके हैं. भारत के कई नागरिकों के वहां फंसे होने के कारण हालात और भी चिंताजनक हैं. गुरुवार को पीएम मोदी ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक में नागरिकों और छात्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया था. अब यूक्रेन रूस युद्ध के दूसरे दिन निगाहें यूएनएससी पर हैं।
दरअसल, यूक्रेन और रूस के संकट को लेकर संयुक्त राष्ट्र में भी गतिविधियां देखी जा रही हैं. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में रूसी मिलिट्री ऑपरेशंस को लेकर प्रस्ताव लाया जाएगा. इस प्रस्ताव पर भारतीय समयानुसार 26 फरवरी की मध्यरात्रि में (रात करीब 1.30 बजे) मतदान होगा. जानकारी के मुताबिक रूस के खिलाफ अमेरिका प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है. हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रूस वीटो पावर का प्रयोग कर प्रस्ताव को बेअसर करने का प्रयास कर सकता है।
यूक्रेन संकट पर पुतिन और मोदी की बात
यूक्रेन के संकट पर भारत ने वेट-एंड-वॉच की नीति अपनाई है. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Foreign Secretary Harsh Vardhan Shringla) ने रूस की सैन्य कार्रवाई पर यूएनएससी में प्रस्ताव को लेकर कहा, भारत पूरे प्रस्ताव को देखने के बाद अंतिम फैसला करेगा. उन्होंने कहा कि यूक्रेन सहित यूएनएससी में भी परिस्थितियां लगातार करवटें ले रही है. उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन पर यूएनएससी रिजॉल्यूशन का ड्राफ्ट देखा गया है, लेकिन भारत प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद ही अपना रूख स्पष्ट करेगा. गुरुवार को पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की. विदेश मंत्रालय ने बताया कि मोदी ने पुतिन से हिंसा समाप्त करने की अपील की।
यूक्रेन में युद्ध की विभीषिका, भयावह मंजर
समाचार एजेंसी एएनआई ने रॉयटर्स से मिली तस्वीरें और वीडियो जारी किए हैं. इनमें देखा जा सकता है कि यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के बाद भारी तबाही हुई है. वीडियो में यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में हथियारबंद सैनिकों की तैनाती के अलावा मिलिट्री टैंक भी देखे जा सकते हैं. रूसी मिलिट्री ऑपरेशन की वीडियो में देखा जा सकता है कि यूक्रेन में रूस की ओर किए गए हमले के बाद कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं।
रूस का स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन
गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने सोमवार को डोनेटस्क और लुहान्सक क्षेत्रों को स्वतंत्र मान्यता दी थी. इसके बाद संघर्ष अप्रत्याशित रूस से बढ़ा. गुरुवार को रूस की ओर से सैन्य कार्रवाई की खबरें आईं. रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि डोनबास क्षेत्र के लोगों की रक्षा के लिए स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन चला रहे हैं. उन्होंने हस्तक्षेप की आशंका समाप्त करने के लिए अन्य देशों को चेतावनी दी. पुतिन ने कहा, हस्तक्षेप करने पर रूस ऐसा पलटवार करेगा, जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की होगी.यूक्रेन की संप्रभुता के लिए नागरिकों को मिलेंगे हथियार !
रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद यूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्रों से भयावह मंजर सामने आए. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस के साथ राजनयि रिश्ते खत्म करने का ऐलान कर दिया. यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने आम लोगों से कहा कि यूक्रेन की रक्षा के लिए हथियार उठाने को तैयार रहें. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी कहा कि सरकार उन सभी लोगों को हथियार देने को तैयार है, जो यूक्रेन की संप्रभुता की रक्षा के लिए लड़ने को तैयार हैं.