उत्तराखंड: धारचूला की अनीता का नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में हुआ चयन, क्षेत्र में खुशी की लहर

National School Of Drama Admission: गौरवान्वित हुआ उत्तराखण्ड, 3000 में से 26 अभ्यर्थी हुए चयनित, अनीता ने हासिल किया नौवां स्थान…
बहुमुखी प्रतिभा की धनी राज्य की बेटियां आज चहुंओर अपनी काबिलियत का परचम लहराकर समूचे प्रदेश को गौरवान्वित कर रही है। बात अगर सीमांत जनपद पिथौरागढ़ की करें तो विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों वाले इस जिले से न केवल राज्य को गौरवान्वित महसूस कराने वाली अनेक प्रतिभाएं ताल्लुक रखती है बल्कि यहां के अनेकों युवाओं ने राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय फलक पर भी अपनी प्रतिभाओं का शानदार प्रदर्शन कर ऊंचे ऊंचे मुकाम हासिल किए है।
आज हम आपको जिले की एक ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसका चयन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में हो गया है। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से जिले की दूरस्थतम धारचूला तहसील के खोटीला गांव निवासी अनीता बिटालू की, एक श्रेष्ठ कलाकार और गायिका के रूप में जिले में अपनी अद्वितीय पहचान बनाने वाली अनीता की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील क्षेत्र के खोटीला गांव निवासी अनीता बिटालू का चयन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) में हो गया है। बता दें कि अपनी प्रारम्भिक शिक्षा गांव के ही स्कूल से प्राप्त करने वाली अनीता ने इंटरमीडिएट के उपरांत लक्ष्मण सिंह महर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पिथौरागढ़ से बीएससी की डिग्री हासिल की। इसी दौरान उन्होंने थियेटर की दुनिया में कदम रखते हुए कैलाश कुमार के निर्देशन में ‘उरुभंगम’ नाटक में अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया।
तदोपरांत नाट्य विद्यालय मध्य प्रदेश स्कूल के आठवें सत्र (2018-19) में चयनित होकर उन्होंने नाटक की शैली में व्यावसायिक प्रशिक्षण लिया वर्तमान में वह पिथौरागढ़ में भव राग ताल नाट्य अकादमी के साथ थिएटर और लोक संस्कृति पर काम कर रहीं हैं। सबसे खास बात तो यह है कि एनएसडी के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा में 3000 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया था जिसमें से देशभर से केवल 26 अभ्यर्थियों को चयनित किया गया है, जिनमें अनीता ने नौवां स्थान हासिल किया है।