Pithoragarh women Murder Case: नृशंस हत्याकांड से दहला पहाड़, पति ने पहले पत्नी की बेरहमी से हत्याकर उतारा मौत के घाट, फिर किया शव को जलाकर सबूत नष्ट करने का प्रयास…
आमतौर पर शांत समझें जाने वाले राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में भी अब अपराधिक घटनाएं तेजी से बढ़ने लगी है। खासतौर पर पारिवारिक कलह एवं दहेज हत्या की खबरें लगातार सामने आ रही है। ऐसी ही एक दुखद खबर आज राज्य के पिथौरागढ़ जिले से सामने आ रही है जहां एक पति ने न केवल अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी बल्कि उसके शव को जलाकर सबूत नष्ट करने का भी प्रयास किया है। मानवता को कलंकित करने वाले इस नृशंस हत्याकांड की खबर से जहां पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है वहीं मृतका की मासूम बेटी का भी रो-रोकर बुरा है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस विभाग की टीम ने मृतका के मायके वालों की तहरीर पर आरोपी पति के खिलाफ 302, 304 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में भी ले लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़गढ जिले के रियासी गांव निवासी आनंदी देवी का विवाह पांच वर्ष पूर्व चंडाक क्षेत्र के छेड़ा गांव निवासी किशन कुमार के साथ हुआ था। बताया गया है कि शादी के बाद से ही किशन, आनंदी को दहेज के लिए परेशान करता था। जिस कारण आनंदी बीते तीन माह से मायके में रह रही थी। परिजनों के मुताबिक बीते 20 जुलाई को किशन, अपनी पत्नी आनंदी और तीन साल की बेटी अराध्या को लेकर गया था। उसने दोनों को शाम तक रियासी गांव पहुंचाने की बात कही थी। परंतु जब दोनों मां बेटी शाम तक गांव नहीं पहुंचे तो आनंदी की मां सुनीता ने अपने दामाद किशन से इस बारे में बात की। परंतु उसने कहा कि वह दोनों को गांव की ओर भेज चुका है। जिस पर परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की। उधर दूसरी ओर, चैंसर गांव से दूध देने बाजार जा रहे लोगों को कुनीगाड़ के पास एक शव जलते हुए दिखाई दिया, जिस पर उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस विभाग की टीम ने शव पर पानी डालकर आग बुझाई। अधजले शव की शिनाख्त आनंदी के रूप में हुई है।