विवाद सुलझाने एसडीएम और सीईओ भी पहुंचे सूखीढांग
एमडीएम में सभी जातियों के विद्यार्थियों के साथ किया भोजन
टनकपुर (चंपावत)। जीआईसी सूखीढांग में भोजनमाता की नियुक्ति का विवाद 31 दिसंबर तक सुलझ जाएगा। शिक्षा विभाग और प्रशासन ने स्कूल प्रबंध समिति (एसएमसी) की बैठक बुधवार को बुलाई, लेकिन कोरम पूरा न होने से बैठक नहीं हो सकी। अब बुधवार को फिर से एसएमसी की बैठक बुलाई गई है। वहीं सभी जातियों के छात्र-छात्राओं ने सौहार्द के साथ एमडीएम खाया।
सीईओ आरसी पुरोहित और एसडीएम हिमांशु कफल्टिया बुधवार को स्कूल पहुंचे। दोनों अधिकारी स्कूल के सौहार्दपूर्ण और सामाजिक समरसता के वातावरण से संतुष्ट थे। एसएमसी के 19 सदस्यों में से सात के ही पहुंचने से बैठक स्थगित करनी पड़ी। एसडीएम ने सभी सदस्यों को 31 दिसंबर को प्रस्तावित बैठक का नोटिस तामील करवाने के निर्देश दिए। प्रधानाचार्य प्रेम सिंह ने बताया कि छठी से आठवीं कक्षा तक के 66 छात्र छात्राओं में से उपस्थित सभी 41 छात्र-छात्राओं ने भोजन किया। इसमें हर जाति के विद्यार्थी थे। ठंड की वजह से बुधवार को काफी छोटे बच्चे गैर हाजिर थे।
सूखीढांग में जूनियर कक्षाओं में 66 विद्यार्थी होने से दो भोजनमाता रखे जाने का प्रावधान है लेकिन फिलहाल एक ही भोजनमाता है। दूसरी भोजनमाता की नियुक्ति पर विवाद की स्थिति पैदा हो गई थी। नवंबर और दिसंबर में दो बार विज्ञप्ति निकाली गई। इनमें सुनीता देवी और पुष्पा भट्ट के नाम को लेकर विवाद हुआ।
सूत्र बताते हैं कि नियमों के मुताबिक एससी की सुनीता देवी को भोजनमाता रखा जाना चाहिए। वहीं अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने मंगलवार को सुनीता देवी को दो दिन के भीतर तैनाती देने के निर्देश दिए। ऐसा न होने पर एफआईआर करने को भी कहा गया।
इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। वहीं सीईओ आरसी पुरोहित बुधवार को जांच रिपोर्ट डीएम को नहीं सौंप सके। अब ये रिपोर्ट बृहस्पतिवार को सौंपे जाने की उम्मीद है।