“श्री दरबार साहिब के खिलाफ साजिश: धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने की गहरी चाल बेनकाब”

दरबार साहिब की गरिमा पर हमला: धार्मिक सौहार्द को तोड़ने की साजिश बेनकाब
देहरादून।
देश की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक धरोहर दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज को लेकर गहरी साजिशें रची जा रही हैं। कुछ असामाजिक तत्व जानबूझकर दरबार साहिब को निशाना बनाकर धार्मिक उन्माद फैलाने की नापाक कोशिशों में जुटे हैं। संगतों में इस साजिश को लेकर जबरदस्त आक्रोश है।
मामला मातावाला बाग से शुरू हुआ, जहां पहले कब्जे की साजिश रची गई। कोर्ट से मुंह की खाने के बाद अब वही तत्व श्री दरबार साहिब के परिसर में धरना-प्रदर्शन और उत्तेजक नारेबाजी कर माहौल को तनावपूर्ण बना रहे हैं। अमन स्वेडिया और उसके सहयोगियों पर दरबार साहिब की गरिमा भंग करने का गंभीर आरोप लगा है।
गुरुवार को देहरादून प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री दरबार साहिब प्रबंधन ने इस पूरे षड्यंत्र का खुलासा किया।
प्रेस वार्ता को मुख्य व्यवस्थापक मधुसूदन सेमवाल, विशेष कार्याधिकारी विनय मोहन थपलियाल, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी भूपेंद्र रतूड़ी, कोच पवन शर्मा, जनसंपर्क अधिकारी दिनेश रतूड़ी, विजय गुलाटी और राजेंद्र ध्यानी ने संबोधित किया।
मातावाला बाग पर नज़र, दरबार साहिब की आड़ में साजिश
प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि मातावाला बाग दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज द्वारा संचालित एक ऐतिहासिक सम्पत्ति है। एक इंच भूमि पर भी कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अमन स्वेडिया जैसे भूमाफिया दरबार साहिब की पवित्रता और विरासत को कलंकित करना चाहते हैं।
10 अप्रैल 2025 को अमन स्वेडिया ने प्रेस वार्ता कर 13 अप्रैल को जन आक्रोश मार्च की घोषणा की, जिसमें दरबार साहिब और मातावाला बाग को लेकर भ्रामक बातें की गईं। जबकि कोर्ट के आदेशानुसार 250 मीटर की परिधि में किसी भी प्रकार का प्रदर्शन प्रतिबंधित है – जिसमें श्री दरबार साहिब भी आता है। ऐसे में यह सीधा-सीधा न्यायिक अवमानना और स्थानीय शांति व्यवस्था का उल्लंघन है।
कुछ कड़े सवाल – जिनके जवाब बाकी हैं:
- जब मातावाला बाग दरबार साहिब की सम्पत्ति है, तो कौन लोग इस पर जबरदस्ती कर रहे हैं?
- इनके पीछे क्या निजी स्वार्थ छिपे हैं?
- ये कौन लोग हैं जो दरबार साहिब की ज़मीन पर गिद्धदृष्टि गड़ाए बैठे हैं?
- कौन हैं जो दरबार साहिब की गरिमामयी छवि को धूमिल कर रहे हैं?
- क्यों फैलाया जा रहा है भ्रम और वैमनस्य?
- कौन हैं ये लोग जो कौमी एकता और धार्मिक सौहार्द को जहर दे रहे हैं?
- क्या मकसद है इनका, जो पूज्य श्रीमहंत देवेंद्र दास जी की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं?
- धार्मिक स्थल की आड़ में धार्मिक भावनाओं पर चोट क्यों?
प्रशासन को चेतावनी और संगत का आक्रोश
श्री दरबार साहिब प्रबंधन ने जिलाधिकारी, एसएसपी व सिटी मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर चेताया है कि इन असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर अविलंब रोक लगाई जाए। लाखों संगतें आज इस साजिश से व्यथित हैं। श्री दरबार साहिब की गरिमा को ठेस पहुंची है और यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो तनाव और गहराएगा।
धरोहर पर चोट बर्दाश्त नहीं – आस्था के किले को गिराने की हर कोशिश नाकाम की जाएगी।