तेज टहलने वाली महिलाओं में हार्ट फेल का खतरा कम
ब्राउन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक का दो दशक तक किए गए शोध में दावा
धीमे गति से टहलने वाली महिलाओं की तुलना में तेज गति से टहलने वाली महिलाओं को हार्ट फेल का खतरा 34 फीसदी तक कम होता है अमेरिका के ब्राउन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने उम्रदराज महिलाओं पर करीब दो दशक तक किए शोध में यह दावा किया है। वैज्ञानिकों ने 25 हजार से अधिक महिलाओं की दिनचर्या को लंबे वक्त तक देखा और पाया कि इस अवधि में 1,455 महिलाओं को हृदयाघात हुआ। जिसका मतलब है कि उनका हृदय रक्त को पंप करके पूरे शरीर तक पहुंचाने का काम करने लायक सक्षम नहीं रह गया था।
हृदयाघात का खतरा 34 फीसदी कम था: वैज्ञानिकों ने शोध में शामिल महिलाओं से कुछ प्रश्न पूछे, जिसमें उन्हें बताना था कि क्या वे दो मील प्रति घंटा (3.2 किलोमीटर) की गति से दो से तीन मील की औसत गति से या तीन मील (4.8 किलोमीटर ) प्रति घंटा से अधिक गति से चलती हैं। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के जवाब के आधार पर बताया कि जो महिलाएं तेजी से चलती थीं, उनमें हृदयाघात विकसित होने का खतरा 34 फीसदी कम था।
17 साल तक किया अध्ययन: अमेरिकी वैज्ञानिकों ने 50 से 79 साल की 25, 183 महिलाओं के स्वास्थ्य की 17 साल की निगरानी की, जिसके बाद उनमें हृदयाघात की संभावनाओं पर अपने परिणाम दिए हैं। यह अध्ययन अमेरिकन जीरियाट्रिक्स सोसाइटी जर्नल में प्रकाशित हुआ।
बेहतरीन व्यायाम है तेजी से चलना
वैज्ञानिकों का कहना है कि थोड़े समय के लिए तेज वॉक उतना ही फायदेमंद है जितना सप्ताभर में 150 मिनट का व्यायाम होता है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि बुजुर्ग महिलाओं को अपने स्तर से हार्ट फेल से बचने के लिए तेज गति से टहलना चाहिए। इसके पीछे और भी कारक भी हो सकते हैं।
तेज चलना दिल की सेहत के लिए अच्छा
वैज्ञानिकों का कहना है कि तेज चलना हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। तेज गति से चलने के कारण शरीर में रक्तसंचार की प्रक्रिया संतुलित रहती है। हृदय बेहतर ढंग से काम करता है। इससे हृदय संबंधी तकलीफों का भी खतरा कम रहता है। औसत गति से हटलने वाले लोगों में भी हृदय संबंधी तकलीफों का खतरा 27 फीसदी तक कम होता है।