यूक्रेन सीमा पर रूस ने सैनिक बढ़ाए
यूक्रेन रूस तनाव के बीच अमेरिका ने एक बड़ा दावा किया है। अमेरिका का कहना है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर तैनात सैनिकों की संख्या में इजाफा किया है। पहले जहां यूक्रेन सीमा पर एक लाख सैनिक तैनात थे, वहीं अब इनकी संख्या 1.30 लाख पहुंच चुकी है। अमेरिका ने चेतावनी दी है कि रूस इस हफ्ते यूक्रेन पर हमला कर सकता है। रविवार देर शाम व्हाइट हाउस प्रशासन ने कहा कि रूस धीरे-धीरे सैनिकों की संख्या में बढ़ा रहा है, हम हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिकी चेतावनियों को नजरअंदाज करने की कोशिश करते हुए शनिवार को कहा था कि हम सभी खतरों को अच्छे से जानते हैं, लेकिन अगर किसी के पास इससे अलग जानकारी है कि रूस 16 फरवरी को हमला कर सकता है, तो हमें सूचित कर सकता है।
नाटो ने भेजे हथियार
रविवार देर शाम नाटो द्वारा हथियारों की एक और खेप यूक्रेन को भेज दी गई। इसमें विमान रोधी मिसाइलें और गोला-बारूद है। संभावना है कि नाटो जल्द और सैन्य सामग्री भेज सकता है। यूक्रेन पर चिंता जताते हुए अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन ने कहा कि हम तैयार हैं और रूस को किसी भी घटना को अंजाम देने का मौका नहीं देंगे।
युद्धाभ्यास पर निशाना:अमेरिका और यूरोपीय देशों की खुफिया रिपोर्ट्स का कहना है कि मंगलवार को पूर्वी यूक्रेन में होने होने वाले युद्धाभ्यास को रूस निशाना बना सकता है।
78 वर्षीय दादी भी कर रहीं रूस से मुकाबले की तैयारी : यूक्रेन रूस तनाव के बीच युद्ध की संभावना तेजी से बढ़ती जा रही है। संभावित हमले से निपटने के लिए नागरिक हथियारों का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें 78 साल की वेलेंटीना कॉस्टेटिनोव्स्का भी हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेती दिखीं। उन्होंने कहा कि वो रूस से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
संभावित हमले की आशंका के बीच यूक्रेन के नागरिक भी युद्ध होने की स्थिति में सेना की सहायता करने की तैयारियों में जुटे हैं। सोमवार को यूक्रेन की रहने वाली एक 78 वर्षीय महिला भी हथियारों का प्रशिक्षण लेती दिखीं। यूक्रेन के मारियुपोल में हथियार प्रशिक्षण ले रहीं वेलेंटीना कोस्टेटिनोव्स्का का हौसला देखते ही बनता था। उन्होंने कहा कि कोई उनके घर पर कोई हमला करेगा तो वे विरोधी करेंगी और जवाब भी देंगी। यूक्रेन की सीमाओं पर 100,000 सैनिकों के जमा होने के बावजूद रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण करने की किसी भी योजना से इनकार किया है।