इस दौरान उनके साथ राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी , केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट, आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धन सिंह रावत व राज्यसभा सांसद श्री अनिल बलूनी भी मौजूद रहे।
इसके बाद गृहमंत्री श्री शाह ने राज्य अतिथि गृह, जौलीग्रांट में उच्च स्तरीय बैठक कर प्रदेश में आपदा की स्थिति और संचालित राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की और कहा कि केन्द्र सरकार देवभूमि की हर सम्भव सहायता करेगी। उन्होंने आपदाग्रस्त व जलभराव वाले क्षेत्रों में मेडिकल टीमें भेजी जाने एवं क्षतिग्रस्त बिजली लाइनों को जल्द से जल्द ठीक किए जाने के निर्देश दिए।
बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चारधाम यात्रियों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है, इसी का परिणाम है कि अभी तक चारधाम यात्रियों में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक 3500 लोगों को रेस्क्यू किया गया, जबकि 16 हजार लोगों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। एनडीआरएफ की 17 टीमें, एसडीआरएफ की 60 टीमें, पीएसी की 15 कम्पनियां और पुलिस के 5 हजार जवान आज भी बचाव व राहत में लगे हैं। जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी और नुकसान का आकलन किया जा रहा है, वास्तविक नुकसान का आकलन पूरे सर्वे के बाद हो पाएगा। डिजास्टर फंड में उत्तराखण्ड को पहले से ही 250 करोड़ रूपए की राशि दी गई है।