बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चारधाम यात्रियों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है, इसी का परिणाम है कि अभी तक चारधाम यात्रियों में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक 3500 लोगों को रेस्क्यू किया गया, जबकि 16 हजार लोगों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। एनडीआरएफ की 17 टीमें, एसडीआरएफ की 60 टीमें, पीएसी की 15 कम्पनियां और पुलिस के 5 हजार जवान आज भी बचाव व राहत में लगे हैं। जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी और नुकसान का आकलन किया जा रहा है, वास्तविक नुकसान का आकलन पूरे सर्वे के बाद हो पाएगा। डिजास्टर फंड में उत्तराखण्ड को पहले से ही 250 करोड़ रूपए की राशि दी गई है।