बैंक लोन रिकवरी में शिथिलता बरते सरकार- मोर्चा
#तहसील कर्मी रिकवरी को डालते हैं दबाव |# डर से कर्जदार नहीं कर पा रहे अपना छोटा-मोटा रोजगार |
विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि एक- आध लाख रुपए बैंक से लोन लेकर कर्जदार हुए गरीब मजदूर, रेडी- ठेली लगाने वाले व छोटे व्यवसायियों का बरसात व कोविड-19 की वजह से कारोबार बहुत मंद पड़ने के चलते बैंक लोन चुकाना बहुत मुश्किल हो रहा है|
अधिकांश मामलों में बैंक से मामला तहसील में पहुंच जाता है तथा आर.सी. कटने के उपरांत तहसील कर्मी कर्ज वसूलने कर्ज दाता के पास पहुंचते हैं तथा कर्जदार तहसील कर्मियों के डर से इधर-उधर भाग कर अपनी जान बचाते हैं ,जिस कारण वह ठीक से अपनी मजदूरी व व्यवसाय नहीं कर पाते |
उनको हर समय तहसील कर्मियों का डर सताता है| *स्कोर विडंबना कहा जाएगा कि धनाढ्य व्यवसाई हजारों करोड़ का लोन लेकर अपना ऋण राइट ऑफ करा लेते हैं तथा आराम से घूम रहे होते हैं तथा वहीं दूसरी ओर 40- 50 हजार रुपए मात्र का कर्जदार डर के मारे अपने घर में भी नहीं सो पाता |*
मोर्चा सरकार से मांग करता है कि छोटे-मोटे कर्जदारों के मामले में शिथिलता बरतने के निर्देश दे अथवा बरसाती सीजन में रिकवरी स्थगित करे |